फरीदाबाद: पूरे उत्तर भारत में इन दिनों शीतलहर का प्रकोप जारी है. लेकिन सबसे ज्यादा असर राजधानी दिल्ली और आस-पास के इलाकों में नजर आ रहा है. दिल्ली एनसीआर केवल धुंध और शीतलहर ही नहीं बल्कि प्रदूषण की मार भी झेल रही है. इन दिनों दिल्ली एनसीआर में AQI लेवल खतरनाक स्तर पर पहुंच गया है. जिसको लेकर वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग की सब कमेटी ने एक इमरजेंसी बैठक बुलाकर ग्रेप-3 यानी ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान लागू कर दिया है. बता दें कि फरीदाबाद में इन दिनों AQI 400 के पार पहुंच चुका है जो सेहत के लिए खतरनाक है.
ग्रेप- तीन में, फरीदाबाद और गुरुग्राम, गाजियाबाद, दिल्ली में बीएस थ्री पेट्रोल और बीएस 4 डीजल वाहनों पर रोक लगा दी है. इसके अलावा, निर्माण के लिए मिट्टी खुदाई, भारी तोड़फोड़ पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगाया गया है. वहीं, कच्ची सड़कों पर भारी वाहनों के परिचालन पर भी पूर्णतया प्रतिबंध लगा है. इन शहरों में टाइल को काटने और घिसाई करने पर भी रोक लगाई गई है. फरीदाबाद में इसका असर भी देखने को मिल रहा है. शहर में ट्रैफिक पुलिस के अधिकारी और जवान सड़कों पर उतर गए हैं. पूरी तरह से एक-एक गाड़ी को चेक किया जा रहा है, ताकि उक्त वाहनों को सड़कों पर चलाने वालों को रोका जा सके.
ट्रैफिक पुलिस के सब इंस्पेक्टर सुरेश कुमार ने बताया कि सड़कों पर बीएस थ्री और बीएस फोर डीजल गाड़ियां न चले जिसको लेकर आदेश जारी किए गए हैं. शहर में पूरी टीम सड़क पर उतर चुकी है. पूरी मुस्तैदी से चेकिंग की जा रही है. फरीदाबाद ट्रैफिक पुलिस की टीम आदेशों की पालना कर रही है.
बता दें कि दिल्ली एनसीआर में दो महीने पहले ग्रेप का चौथा चरण लागू किया गया था. जिसके बाद धीरे-धीरे वायु गुणवत्ता में सुधार होने की वजह से ग्रेप-3 और 4 हाटा गया था. लेकिन अचानक प्रदूषण के बढ़ते स्तर को देखते हुए आपातकालीन बैठक बुलाकर अहम फैसला लिया गया है.
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