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फरीदाबाद में जान का दुश्मन बन गया प्रदूषण, सांस की परेशानी से अस्पतालों में पहुंच रहे मरीज

Faridabad Pollution Level Dangerous: फरीदाबाद में वायु प्रदूषण तेजी से बढ़ रहा है, एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI Faridabad) 486 के बाद बल्लभगढ़ में सबसे अधिक एक्यूआई 431 दर्ज किया गया. जिले में इस जहरीली हवा की वजह से लोगों को सांस लेने में काफी दिक्कतों (Faridabad People Problem Breath) का सामना करना पड़ रहा है. लोगों की आंखों में जलन, आंखों से आंसू आने के सांस संबंधित बीमारी बढ़ रही है.

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फरीदाबाद में जान का दुश्मन बन गया प्रदूषण
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Published : Nov 14, 2021, 4:03 PM IST

फरीदाबाद: दीवाली के बाद लगातार बढ़े प्रदूषण के स्तर का अब लोगों के स्वास्थ्य (Faridabad Pollution on People Health) पर भी असर पड़ रहा है. फरीदाबाद की आबोहवा में सांस लेना मुश्किल होने लगा है. फरीदाबाद सिविल अस्पताल में सांस और प्रदूषण से सम्बंधित रोजाना 3 से 4 मरीज (Respiratory Patients Increase Faridabad) आ रहे हैं. जिसका सीधा सा मतलब है कि खुले में सांस लेना सेहत के लिए खतरनाक हो चुका है. शहर में बहुत से लोगों को सांस लेने मे परशानी और आंखों में जलन जैसी समस्या से दो चार होना पड़ रहा है.

फरीदाबाद के सबसे बड़े सरकारी सिविल अस्पताल में सांस लेने में दिक्कत, आंखों में जलन, खांसी जैसी शिकायतों को लेकर मरीज पहुंच रहे हैं, जहां जाकर हमने वहां आने वाले लोगों से फरीदाबाद मे बढ़ रहे प्रदूषण से होने वाली परेशानी और समस्याओं के बारे मे जाना तो पता लगा की लोगों को बढ़ रहे प्रदूषण से काफी ज्यादा दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा हैं. लोगों के मुताबिक दीवाली पर पटाखे बैन कर दिए गए थे, बावजूद शहर में पूरी तरह से पटाखे चलाए गए.

फरीदाबाद में जान का दुश्मन बन गया प्रदूषण, देखिए वीडियो

जिले का प्रदूषण लेवल खतरनाक स्तर पर पहुंच गया और लोगों को स्वास्थ्य संबंधी बहुत सी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है. लोगों के मुताबिक सरकार और प्रशाशन को इस मामले पर काफी ध्यान देने की जरूरत है ताकि लोगों को इस प्रदुषण रुपी बीमारी से निजात मिल सके. इस मामले पर हमारी टीम ने सिविल अस्पताल के मेडिकल ऑफिसर से बात की तो उन्होंने बताया कि आजकल प्रदूषण का लेवल खतरनाक स्तर पर हो चूका है.

ये पढे़ं- नहीं मिल रही प्रदूषण से निजात, देखें हरियाणा समेत दिल्ली-NCR के प्रदूषित शहरों की लिस्ट

यहां लगभग 3 से 4 लोग इस समस्या को लेकर आ रहा हैं. लोगों को इस समस्या से बचाव के लिए मास्क का इस्तेमाल करना चाहिए. अपने आस-पास कूड़े को जलने से रोकना चाहिए, पहले से सांस के पीड़ित लोगों की समस्या भी बढ़ी है. सड़क के किनारे पड़ी धुल मिटटी के कण भी काफी हानिकारक हैं. ऐसे में सबको अपना बचाव करना चाहिए.

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फरीदाबाद: दीवाली के बाद लगातार बढ़े प्रदूषण के स्तर का अब लोगों के स्वास्थ्य (Faridabad Pollution on People Health) पर भी असर पड़ रहा है. फरीदाबाद की आबोहवा में सांस लेना मुश्किल होने लगा है. फरीदाबाद सिविल अस्पताल में सांस और प्रदूषण से सम्बंधित रोजाना 3 से 4 मरीज (Respiratory Patients Increase Faridabad) आ रहे हैं. जिसका सीधा सा मतलब है कि खुले में सांस लेना सेहत के लिए खतरनाक हो चुका है. शहर में बहुत से लोगों को सांस लेने मे परशानी और आंखों में जलन जैसी समस्या से दो चार होना पड़ रहा है.

फरीदाबाद के सबसे बड़े सरकारी सिविल अस्पताल में सांस लेने में दिक्कत, आंखों में जलन, खांसी जैसी शिकायतों को लेकर मरीज पहुंच रहे हैं, जहां जाकर हमने वहां आने वाले लोगों से फरीदाबाद मे बढ़ रहे प्रदूषण से होने वाली परेशानी और समस्याओं के बारे मे जाना तो पता लगा की लोगों को बढ़ रहे प्रदूषण से काफी ज्यादा दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा हैं. लोगों के मुताबिक दीवाली पर पटाखे बैन कर दिए गए थे, बावजूद शहर में पूरी तरह से पटाखे चलाए गए.

फरीदाबाद में जान का दुश्मन बन गया प्रदूषण, देखिए वीडियो

जिले का प्रदूषण लेवल खतरनाक स्तर पर पहुंच गया और लोगों को स्वास्थ्य संबंधी बहुत सी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है. लोगों के मुताबिक सरकार और प्रशाशन को इस मामले पर काफी ध्यान देने की जरूरत है ताकि लोगों को इस प्रदुषण रुपी बीमारी से निजात मिल सके. इस मामले पर हमारी टीम ने सिविल अस्पताल के मेडिकल ऑफिसर से बात की तो उन्होंने बताया कि आजकल प्रदूषण का लेवल खतरनाक स्तर पर हो चूका है.

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यहां लगभग 3 से 4 लोग इस समस्या को लेकर आ रहा हैं. लोगों को इस समस्या से बचाव के लिए मास्क का इस्तेमाल करना चाहिए. अपने आस-पास कूड़े को जलने से रोकना चाहिए, पहले से सांस के पीड़ित लोगों की समस्या भी बढ़ी है. सड़क के किनारे पड़ी धुल मिटटी के कण भी काफी हानिकारक हैं. ऐसे में सबको अपना बचाव करना चाहिए.

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