फरीदाबाद: कृषि एवं किसान कल्याण विभाग की ओर से मेरा पानी-मेरी विरासत स्कीम के तहत किसानों को 7 हजार रुपये प्रति एकड़ अनुदान दिया जा रहा है. ये अनुदान खरीफ फसलों में धान की फसल की जगह दूसरी फसल जैसे कपास, बाजरा दलहन जैसी फसल की बिजाई करने पर दिया जा रहा है.
इस बारे में फरीदाबाद उपायुक्त यशपाल यादव ने कृषि एवं किसान कल्याण विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे मेरा पानी-मेरी विरासत स्कीम के बारे में किसानों को जागरूक करें. उन्होंने विभाग को किसानों को फसल विविधिकरण अपनाने को लेकर प्रेरित करने के लिए आदेश दिए हैं.
कृषि विभाग के पोर्टल पर देनी होगी जानकारी
किसानों को मेरा पानी-मेरी विरासत स्कीम के तहत खरीफ की फसलों में अनुदान राशि केवल उन्हीं किसानों को दी जाएगी, जिन्हें गत वर्ष 2019 में खरीफ की फसल में धान की बिजाई अपने खेतों में की थी. इस बार वे मक्का, कपास, बाजरा तथा दलहन की फसलों की बिजाई कर रहे हैं. इन किसानों को अपनी खरीफ की फसल की जानकारी विभाग के पोर्टल पर अपलोड करवानी होगी.
सीधे किसानों के खाते में जाएगा अनुदान
जिला में राजस्व विभाग की तरफ से फसलों के रिकॉर्ड की पुष्टि होने के बाद ही कृषि एवं किसान कल्याण विभाग के जरिए किसानों को अनुदान राशि दी जाएगी. जो कि लाभार्थि किसानों के सीधे बैंक खाते में डाली जाएगी. जिन किसानों ने फसल विविधिकरण के तहत धान की फसल की जगह अन्य फसलों की बिजाई की है, उन्हें सरकार द्वारा निर्धारित एमएसपी पर खरीदा जाएगा.
वो ब्लॉक जहां भू जल स्तर 40 मीटर
भू जल स्तर 40 मीटर या अधिक वाले ब्लॉक -भू जल स्तर 40 मीटर या इससे अधिक वाले ब्लॉक में फतेहाबाद जिले का रतिया जिला फतेहाबाद, सिवान और गुहला जिला कैथल, कुरुक्षेत्र जिले के पीपली, शाहबाद, बबैन, इस्माइलाबाद और सिरसा को रखा गया है. चयनित 12 ब्लॉकों की ग्राम पंचायत - रतिया, फतेहाबाद, जाखल, कैथल जिले के सिवान और गुहला, कुरुक्षेत्र जिले का पिपली, शाहबाद, बबैन, इस्माइलाबाद, थानेसर, पेहवा और सिरसा की ग्राम पंचायतें शामिल हैं. वहीं इस योजना के तहत किसानों को प्रोत्साहन राशि दो किस्तों में सीधे उनके बैंक खातों में दी जाएगी.
किस्तों में मिलेंगे पैसे
पहली किस्त पंजीकरण के सत्यापन पर 2000 रुपये और दूसरी किस्त 5000 रुपये फसल पकने पर दी जाएगी. विभाग द्वारा वैकल्पिक फसलों का बीमा भी सरकारी खर्चे पर किया जाएगा.
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