फरीदाबाद: दिल्ली से सटे फरीदाबाद के बीके सिविल हॉस्पिटल में डॉक्टरों ने एक मरीज पेट से साढ़े 4 किलो की रसौली निकालने में कामयाबी हासिल की है. मरीज दिल्ली की रहने वाली है. वह पिछले दो साल से इस बीमारी से परेशान थी. कई डॉक्टरों को दिखाने के बावजूद उसे आराम नहीं मिल पा रहा था.
मरीज की बेटी रचना ने बताया कि उसकी मां पिछले 2 साल से काफी परेशान थी. इस दौरान उन्हें दिल्ली के कई हॉस्पिटलों के चक्कर काटने पड़े. लेकिन वहां पर डॉक्टर उसे टेस्ट पर टेस्ट करा रहे थे लेकिन ऑपरेशन नहीं कर रहे थे. परेशानी ज्यादा बढ़ते देख वह अपनी मां को फरीदाबाद के सिविल अस्पताल लेकर आई.
यहां डॉक्टर रजनी को दिखाया डॉक्टर रजनी ने मरीज की हालत देखने के बाद उन्हें ऑपरेशन कराने की सलाह दी. जिसके बाद आज उनका सफल ऑपरेशन किया गया है. रचना ने बताया की अब उनकी मां पूरी तरह स्वस्थ है. अगर कुछ और देर होती तो उनकी मां के साथ कोई अनहोनी हो सकती थी.
वहीं दिल्ली की रहने वाली मरीज का सफल ऑपरेशन कर साढ़े 4 किलो की रसौली निकालने का कारनामा करने वाली डॉकटर रजनी ने बताया की ऑपरेशन जटिल था अगर ऑपरेशन होने में कुछ देर होती तो मरीज की जान जान भी जा सकती थी।
क्या होती है रसौली की बीमारी- रसौली को आम बोलचाल की भाषा में गांठ कहा जाता है. महिलाओं में ये बीमारी होने पर उनके गर्भाशय या उसके आस-पास गांठ बनने लगती है. ज्यादातर महिलाओं में कोई लक्षण नहीं होता है. जबकि कई महिलाओं की बच्चेदानी में रसौली के लक्षण के लिए पीरियड्स के दौरान अधिक खून आना या पीरियड्स के दौरान तेज दर्द होना, माहवारी आने से पहले ही स्पॉटिंग होना शामिल है. कभी-कभी रसौली से प्रेग्नेंसी होने में मुश्किल हो सकती है, हालांकि यह असामान्य है. रसौली परिवार के एक जनरेशन से दूसरी जनरेशन में चलती है और आंशिक रूप से हार्मोन के स्तर से निर्धारित होती हैं.
हरियाणा की विश्वसनीय खबरों को पढ़ने के लिए गूगल प्ले स्टोर से डाउनलोड करें Etv Bharat APP