फरीदाबाद: हरियाणा के फरीदाबाद सेक्टर-12 में आयोजित सेमिनार (Seminar organized in Faridabad) में मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने शिरकत की. यह सेमिनार एचएसवीपी के कन्वेंशन हॉल में आयोजित की गई. सेमिनार "न्यू टेक्नोलॉजी फॉर ट्रीटमेंट ऑफ लिक्विड" और सॉलिड वेस्ट विषय (New Technology for Treatment of Liquid) पर आधारित रही. सेमिनार में सीएम मनोहर ने कहा कि समय-समय पर एनजीटी की ओर से दिए गए सुझावों पर सरकार लगातार काम कर रही है. एक सवाल पर उन्होंने कहा कि प्रदूषण फैलाकर दूसरों के फेफड़े खराब करने की इजाजत नहीं दी जा सकती है.
सेमिनार के अंत में पत्रकारों से बातचीत करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि वेस्ट मैनेजमेंट का जो विषय है यह सिर्फ हरियाणा प्रदेश का ही नहीं बल्कि यह विश्वव्यापी विषय (CM Manohar on environmental pollution) है. उन्होंने कहा कि जब तक हम ट्रीटमेंट के जरिए इसका कोई रास्ता नहीं निकालेंगे यह मानव जाति के लिए खतरनाक साबित होता चला जाएग. इससे लोग और बीमारियों के शिकार होते रहेंगे. उन्होंने कहा कि एनजीटी के चेयरमैन ने जो भी सुझाव दिया उस पर हमने काम किया है.
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सीएम मनोहर ने कहा कि इससे पहले इस विषय पर चंडीगढ़ में भी सेमिनार हुआ था और फिर हमने फरीदाबाद में सेमिनार आयोजित किया है. उन्होंने कहा कि सेमिनार में जो भी सुझाव सामने आए हैं, उन्हें लागू किया जाएगा. मुख्यमंत्री ने कहा कि जनता को भी जागरूक होना पड़ेगा.
दिल्ली से आ रहे भारी वाहनों के प्रदूषण के सवाल पर मुख्यमंत्री ने कहा कि ज्यादातर भारी वाहनों के लिए केएमपी एक्सप्रेसवे का इस्तेमाल किया जा रहा है. इस मौके पर जब एनजीटी के चेयरपर्सन जस्टिस आदर्श कुमार गोयल से पूछा गया कि करोना काल में उद्योगों को जो नुकसान हुआ (environmental pollution in faridabad) है, क्या उसे राहत नहीं दी जानी चाहिए.
इस पर सीएम मनोहर ने कहा कि प्रदूषण करने को लेकर कोई राहत नहीं दी जा सकती और ना ही कोई राहत दिया जा सकता है. उन्होंने कहा कि किसी भी व्यक्ति को दूसरों के फेफड़े खराब करने की इजाजत नहीं दी जा सकती.
इस मौके पर एनजीटी के चेयरपर्सन जस्टिस आदर्श कुमार गोयल, केंद्रीय राज्य मंत्री कृष्णपाल गुर्जर, प्रदेश के परिवहन मंत्री मूलचंद शर्मा व अन्य विधायक गण सहित पॉल्यूशन विभाग के अधिकारी, इंडस्ट्री से जुड़े अन्य लोग और सभी विभागों के अधिकारी मौजूद रहे.