फरीदाबाद में सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है. जिसमें पुलिसकर्मी एक युवक को खींचते हुए दिखाई दे रहे हैं. दूसरी तरफ से युवक के परिजन और पड़ोसी युवक को छुड़वाते नजर आ रहे हैं. इस वीडियो को लेकर अब मामला तूल पकड़ रहा है. एक तरफ युवक के परिजनों का कहना है कि अचानक से पुलिसकर्मी उनके घर में घुस आए और युवक के साथ मारपीट की. परिजनों ने पुलिसकर्मियों पर महिलाओं के साथ भी मारपीट का आरोप लगाया है.
परिजनों का आरोप है कि ना केवल उनके साथ मारपीट की गई, बल्कि उन पर पुलिसकर्मियों ने रिवॉलवर भी तान दी. शाकिर नाम के युवक ने बताया कि वो अपने घर में खाना खा रहा था. अचानक से उसके घर दो पुलिसकर्मी आए और मारपीट करने लगे. शाकिर के मुताबिक पुलिसकर्मियों ने उससे कहा कि वो गांजा बेचने का काम करता है. इसलिए वो उसे ले जाने आए हैं, शाकिर ने कहा कि मैं गांजा बेचता नहीं, लेकिन पीता जरूर हूं.
युवक पर गांजा तस्करी का आरोप: शाकिर ने ये बात कबूल करते हुए बताया कि उसके पास पीने के लिए कुछ गांजा जरूर था. जिसे पुलिसकर्मियों ने जब्त कर लिया. इस बात को लेकर पुलिसकर्मी जबरन उसे ले जाने लगे, लेकिन शाकिर की मां और उसकी पत्नी ने पुलिसकर्मियों की इस कार्रवाई का विरोध किया. झगड़ा बढ़ता देख आसपास के लोग भी इकट्ठा हो गए. इस पूरे मामले का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है.
वीडियो में दिखाई दे रहे पुलिसकर्मी सैनिक कॉलोनी चौकी के इंचार्ज मनोज और उनके साथी बताए जा रहे हैं. इस वायरल वीडियो के बारे में बात चौकी इंचार्ज मनोज ने बताया कि पुलिस की टीम अहमद नाम के नशा तस्कर को पकड़ने गई थी, लेकिन वो उन्हें वहां नहीं मिला. उसके पड़ोस में ही दो भाई साबिर और शाकिर आपस में झगड़ रहे थे. जब वो बीच-बचाव कराने पहुंचे तो उनके परिवार के लोग वहां इकट्ठा हो गए और उनका विरोध करने लगे.
रिवॉल्वर दिखाने के सवाल पर चौकी इंचार्ज मनोज ने माना कि उन्होंने रिवॉल्वर जरूर निकाली थी. उन्होंने कहा कि उनकी रिवॉल्वर का सेफ्टी कवर निकल गया था. जिसे ठीक करने के बाद उन्होंने रिवॉल्वर वापस रख ली थी. चौकी के इंचार्ज मनोज के मुताबिक नशा तस्करों के खिलाफ उनका अभियान जारी है. इस अभियान के तहत वो नशा तस्करों की धरपकड़ कर रहे हैं.