रोहतक: किसानों पर लाठीचार्ज के बाद भाजपा सरकार डैमेज कंट्रोल करने में जुटी हुई है. भाजपा के तीन सांसदों की कमेटी ने किसान संगठनों से बातचीत की, लेकिन बात नहीं बन पाई. कुछ किसान संगठन तो बैठक को बीच में छोड़कर ही चले गए.
किसानों का आरोप है कि कमेटी में लाठीचार्ज को लेकर कोई बातचीत नहीं हुई. वहीं सांसदों ने माना कि अध्यादेशों के बारे में किसानों को समझाने में सरकार नाकाम रही है. लेकिन किसानों पर हुए लाठीचार्ज के बारे में कोई जवाब नहीं दे पाए. बता दें कि कमेटी में हिसार से सांसद बृजेन्द्र सिंह, भिवानी सांसद धर्मबीर सिंह और कुरुक्षेत्र से सांसद नायाब सैनी हैं.
'किसानों को नहीं समझा पाए कृषि अध्यादेश'
इस कमेटी की बैठक में सांसद धर्मबीर ने माना कि कोविड-19 की वजह से केंद्र सरकार किसानों अध्यादेश के बारे में जानकारी देने में नाकाम रही है, इसलिए किसान संगठनों से राय ली जा रही है और यही सुझाव केंद्रीय नेतृत्व के समक्ष रखे जाएंगे.
'लाठीचार्ज पर नहीं हुई कोई बात'
उन्होंने किसानों को आश्वस्त किया है कि ये अध्यादेश किसानों के हित में है. वहीं दूसरी ओर किसान संगठनों ने कहा कि बैठक में लाठीचार्ज पर कोई बात नहीं करना चाहता था. उन्होंने कहा कि लाठीचार्ज का आदेश देने वाले अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की जाए.
कल पंचकूला में होगी बैठक
गौरतलब है कि तीन भाजपा सांसदों की एक कमेटी बनाई गई है जो लाठीचार्ज से नाराज किसान संगठनों से बातचीत करेगी. आज रोहतक ओर करनाल में बैठक रहेगी तो कल पंचकूला में बैठक होगी.
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