ETV Bharat / state

जानें किस दिन मनाया जाएगा भानू सप्तमी व्रत, इस बार बन रहा ये दुर्लभ संयोग - भानु सप्तमी व्रत 25 जून 2023

इस बार रविवार को भानू सप्तमी का त्योहार मनाया जा रहा है. भानु सप्तमी को अनुष्ठान करने और सूर्य देव की पूजा करने के लिए एक शुभ दिन माना जाता है.

bhanu saptami 2023
bhanu saptami 2023
author img

By

Published : Jun 24, 2023, 7:48 AM IST

फरीदाबाद: हिंदू पंचांग के मुताबिक शुक्ल और कृष्ण पक्ष की सप्तमी तिथि को भानु सप्तमी 2023 मनाई जाती है. इस साल भानु सप्तमी 25 जून 2023 को मनाई जा रही है. भानू सप्तमी के दिन विशेष तौर पर सूर्य देवता की पूजा की जाती है. मान्यताओं के अनुसार इस दिन सूर्य भगवान की पूजा करने से सभी कष्ट विकार और क्लेश दूर होते हैं. लोगों की आर्थिक परेशानियां भी दूर होती हैं. इस दिन सूर्यदेव की पूजा करने से आत्मविश्वास भी बढ़ता है.

ये भी पढ़ें- Bhanu Saptami : बहुत ही शुभ दिन है शुभ दिन है भानु सप्तमी , सुख-सम्मान के लिए करें सूर्य देव की पूजा

भानु सप्तमी पर बन रहा दुर्लभ संयोग: हिंदू पंचांग के अनुसार 25 जून रविवार को आषाढ़ मास के शुक्ल पक्ष की सप्तमी तिथि पूरे दिन रहने वाली है. धार्मिक मान्यताओं के अनुसार आषाढ़ मास, रविवार का दिन और पत्नी की तिथि. इन तीनों के स्वामी सूर्य देव हैं. ऐसे में तीनों का एक साथ होना अपने आप में एक दुर्लभ संयोग है. जो इस बार भानु सप्तमी को है. इससे पहले ऐसा संयोग 10 जून 2012 यानी 11 साल पहले बना था.

मान्यताओं के अनुसार इस दुर्लभ संयोग में सूर्य भगवान की पूजा करने से हर तरह के संकट दूर होते हैं. वहीं मनवांछित फल की प्राप्ति होती है. पूजा का फल भी तीन गुना हो जाता है. इस दिन सूर्योदय को अर्घ्य देना चाहिए. अगर आपकी कुंडली में मंगल दोष है, तो पूरे विधि विधान से सूर्य की उपासना करें. कहा जाता है कि भानु सप्तमी के दिन सूर्य देव की पूजा करने से मनुष्य को मानसिक, शारीरिक और आर्थिक संकट से छुटकारा मिलता है.

भानु सप्तमी पूजा की विधि: सुबह सूर्योदय से पहले उठकर पानी में गंगा जल मिलाकर स्नान कर लें. उसके बाद दाहिने हाथ में गंगाजल, चावल और लाल फूल लेकर व्रत का संकल्प करें. उसके बाद तांबे के लोटे में गंगाजल का पानी मिलाकर इसमें कुमकुम, लाल फूल डालें और इस जल को सूर्य देवता को अर्पण करें. एक बात का विशेष ध्यान रखें. सूर्य देव को जल अर्पित करते समय ॐ सूर्याय नमः मंत्र का जाप निश्चित तौर पर करें.

ये भी पढ़ें- Aaj ka Panchang : आज का पंचांग में जानिए तिथि-नक्षत्र व किन कामों के लिए दिन है शुभ

जल चढ़ाने के बाद सूर्य देव के सामने हाथ जोड़कर सूर्य देव को प्रणाम करें और अपनी मनोकामनाएं सूर्य देव से कहें. उसके बाद पूरे दिन व्रत में रहे. अगर व्रत करने में कठिनाई हो रही हो तो फल का सेवन करें और फिर शाम को व्रत का पारण करें. मान्यता है कि ऐसा करने से अवश्य ही आपकी सभी मनोकामनाएं को सूर्य भगवान पूरी करेंगे.

फरीदाबाद: हिंदू पंचांग के मुताबिक शुक्ल और कृष्ण पक्ष की सप्तमी तिथि को भानु सप्तमी 2023 मनाई जाती है. इस साल भानु सप्तमी 25 जून 2023 को मनाई जा रही है. भानू सप्तमी के दिन विशेष तौर पर सूर्य देवता की पूजा की जाती है. मान्यताओं के अनुसार इस दिन सूर्य भगवान की पूजा करने से सभी कष्ट विकार और क्लेश दूर होते हैं. लोगों की आर्थिक परेशानियां भी दूर होती हैं. इस दिन सूर्यदेव की पूजा करने से आत्मविश्वास भी बढ़ता है.

ये भी पढ़ें- Bhanu Saptami : बहुत ही शुभ दिन है शुभ दिन है भानु सप्तमी , सुख-सम्मान के लिए करें सूर्य देव की पूजा

भानु सप्तमी पर बन रहा दुर्लभ संयोग: हिंदू पंचांग के अनुसार 25 जून रविवार को आषाढ़ मास के शुक्ल पक्ष की सप्तमी तिथि पूरे दिन रहने वाली है. धार्मिक मान्यताओं के अनुसार आषाढ़ मास, रविवार का दिन और पत्नी की तिथि. इन तीनों के स्वामी सूर्य देव हैं. ऐसे में तीनों का एक साथ होना अपने आप में एक दुर्लभ संयोग है. जो इस बार भानु सप्तमी को है. इससे पहले ऐसा संयोग 10 जून 2012 यानी 11 साल पहले बना था.

मान्यताओं के अनुसार इस दुर्लभ संयोग में सूर्य भगवान की पूजा करने से हर तरह के संकट दूर होते हैं. वहीं मनवांछित फल की प्राप्ति होती है. पूजा का फल भी तीन गुना हो जाता है. इस दिन सूर्योदय को अर्घ्य देना चाहिए. अगर आपकी कुंडली में मंगल दोष है, तो पूरे विधि विधान से सूर्य की उपासना करें. कहा जाता है कि भानु सप्तमी के दिन सूर्य देव की पूजा करने से मनुष्य को मानसिक, शारीरिक और आर्थिक संकट से छुटकारा मिलता है.

भानु सप्तमी पूजा की विधि: सुबह सूर्योदय से पहले उठकर पानी में गंगा जल मिलाकर स्नान कर लें. उसके बाद दाहिने हाथ में गंगाजल, चावल और लाल फूल लेकर व्रत का संकल्प करें. उसके बाद तांबे के लोटे में गंगाजल का पानी मिलाकर इसमें कुमकुम, लाल फूल डालें और इस जल को सूर्य देवता को अर्पण करें. एक बात का विशेष ध्यान रखें. सूर्य देव को जल अर्पित करते समय ॐ सूर्याय नमः मंत्र का जाप निश्चित तौर पर करें.

ये भी पढ़ें- Aaj ka Panchang : आज का पंचांग में जानिए तिथि-नक्षत्र व किन कामों के लिए दिन है शुभ

जल चढ़ाने के बाद सूर्य देव के सामने हाथ जोड़कर सूर्य देव को प्रणाम करें और अपनी मनोकामनाएं सूर्य देव से कहें. उसके बाद पूरे दिन व्रत में रहे. अगर व्रत करने में कठिनाई हो रही हो तो फल का सेवन करें और फिर शाम को व्रत का पारण करें. मान्यता है कि ऐसा करने से अवश्य ही आपकी सभी मनोकामनाएं को सूर्य भगवान पूरी करेंगे.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.