फरीदाबाद: गोमांस तस्करी के आरोपी को फरीदाबाद पुलिस ने दस साल बाद गिरफ्तार किया है. पुलिस प्रवक्ता सूबे सिंह ने बताया कि गिरफ्तार किए गए आरोपी का नाम यूनुस खान है. जो मेवात के अड़वर गांव का रहने वाला है. 10 साल पहले जुलाई 2013 में क्राइम ब्रांच 48 की टीम गदपुरी हाईवे पर नाकाबंदी करके वाहनों की चेकिंग कर रही थी. उस दौरान गौमांस से भरा एक ट्रक नाका तोड़कर वहां से निकला.
पुलिसकर्मियों को जान से मारने की नियत से उनके ऊपर फायर की गई. पुलिस पार्टी ने भी जवाबी फायरिंग की. पुलिस की गोली ट्रक के टायर में लगी. जिसके बाद ट्रक थोड़ी दूर जाकर रुक गया. इसके बाद आरोपी ट्रक को छोड़कर मौके से फरार हो गए. उस समय ट्रक में से 9845 किलोग्राम गौमांस व एक देसी तमंचा बरामद किया गया था. सेक्टर 58 थाने में इसके तहत मुकदमा दर्ज करके आरोपियों की तलाश शुरू की गई.
फरवरी 2014 में अदालत ने आरोपी यूनिस को पीओ घोषित किया. आरोपी पुलिस की गिरफ्त से बचने के लिए ठिकाने बदल कर रहने लगा. जो राजस्थान, यूपी, हरियाणा और दिल्ली में नाम बदल बदल कर रहा. वहीं पुलिस आरोपी की तलाश में जुटी थी. क्राइम ब्रांच की टीम को गुप्त सूचना मिली की उक्त मामले का आरोपी फरीदाबाद में ही है. जिसके बाद पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया.
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पुलिस पूछताछ में सामने आया कि आरोपी उस दिन अपने साथी शौकीन के साथ ट्रक में गोमांस भरकर उटावड़ से दिल्ली ले जा रहा था. आरोपी ने बताया कि उस समय उटावड़ में गौमांस का भारी काम था, प्रतिदिन काफी मात्रा में गोमांस दिल्ली सप्लाई होता था और उन्हें मीट सप्लाई करने के लिए ₹50000 मिलते थे. इसलिए पैसा कमाने के लालच में आरोपियों ने अपना ट्रक गौ तस्करी में लगा दिया. मामले में गहनता से पूछताछ करने के लिए आरोपी को अदालत में पेश करके 1 दिन की पुलिस रिमांड पर लिया गया है. पुलिस के मुताबिक रिमांड के दौरान आरोपी के साथी के बारे में जानकारी प्राप्त करके उसे भी गिरफ्तार किया जाएगा.