फरीदाबाद: जिला फरीदाबाद (Faridabad News) में मंगलवार सुबह एक हादसा हो गया. एनआईटी फरीदाबाद में स्कूल जाते हुए 4 छात्रों और महिला टीचर पर मकान का बाहरी छज्जा टूट कर गिर गया. बताया जा रहा है कि छज्जा गिरने के बाद छात्र और महिला मलबे में दब गई, जिन्हें काफी मशक्कत के बाद लोगों ने निकाला. वहीं छज्जा टूटकर गिरने से वहां पर अफरा-तफरी का माहौल मच गया. आनन-फानन में आसपास के लोगों ने बच्चों और महिला टीचर को मलबे से निकाला और पुलिस को सूचना दी.
दरअसल, फरीदाबाद नगर निगम की लापरवाही से रास्ते में भरा सीवर का पानी चार स्कूली बच्चों और एक शिक्षिका की जान पर भारी पड़ गया. पानी से बचकर दीवार के सहारे निकलने के दौरान एक जर्जर मकान का छज्जा गिरने से बच्चे और शिक्षिका घायल हो गए. घटना के बाद मौके पर कोहराम मच गया. बच्चों की चीख पुकार सुनकर आसपास के लोग मौके पर पहुंचे और मलबे में दबे बच्चों को निकालकर बीके अस्पताल में भर्ती कराया गया. सूचना पर पुलिस भी मौके पर पहुंच गयी. शिक्षिका की शिकायत पर मुजेसर थाना पुलिस ने मकान मालिक के खिलाफ विभिन्न धाराओं में केस दर्ज कर लिया है. उधर बच्चों की हालत स्थिर बताई जा रही है. बच्चों के सिर में चोटें आयी हैं. घटना एनआईटी क्षेत्र के जीवन नगर पार्ट-2 की है.
मुजेसर थाना प्रभारी संदीप कुमार ने बताया कि मंगलवार सुबह करीब सवा आठ बजे वार्ड नंबर पांच, जीवन नगर पार्ट-2, स्थित परमहंस स्कूल में पढ़ने वाले पहली क्लास के चार बच्चे अपनी शिक्षिका के साथ जा रहे थे. स्कूल के रास्ते में सीवर का पानी भरा होने के कारण शिक्षिका और बच्चे किनारे से दीवारों के सहारे निकल रहे थे. स्कूल के सामने ही एक जर्जर मकान है. बच्चे जैसे ही स्कूल के सामने पहुंचे तभी मकान का छज्जा भरभराकर गिर गया और चार बच्चे उसकी चपेट में आ गए.
थाना प्रभारी ने बताया कि इस मकान के मालिक राजेश शर्मा हैं. मकान बहुत पुराना और जर्जर हालत में है. राजेश शर्मा इस मकान को किराए पर देकर खुद सेक्टर-55 में रहते हैं. घायल शिक्षिका मीरा मंडल की शिकायत पर मकान मालिक राजेश शर्मा के खिलाफ केस दर्ज कर लिया गया है. फिलहाल किसी की हालत गंभीर नहीं है. प्राथमिक उपचार और दवाईयां देकर बच्चों को घर भेज दिया गया है. बता दें कि, इस कॉलोनी में महीनों से सीवर का पानी भरा है. नगर निगम अधिकारियों से कई बार शिकायत की गई. प्रदर्शन तक किए गए, लेकिन समस्या का समाधान नहीं कराया गया. निगम कर्मचारी आते हैं और खानापूर्ति कर चले जाते हैं.
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