फरीदाबाद: 26 अक्टूबर को बल्लमगढ़ के अग्रवाल कॉलेज के बाहर कॉलेज की ही एक छात्रा निकिता की गोली मारकर की गई हत्या के बाद अब कॉलेज प्रबंधन की नींद खुली है. कॉलेज प्रबंधन के द्वारा कॉलेज के बाहर सीसीटीवी कैमरे लगा दिए गए हैं.
दरअसल निकिता की हत्या के बाद तमाम राजनीतिक और सामाजिक संगठन मैदान में हैं. निकिता के सहपाठी और छात्र संगठन भी कॉलेज के बाहर बैठकर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. ऐसे में मजबूर होकर कॉलेज प्रबंधन को अब कॉलेज के बाहर सीसीटीवी लगाने पड़े हैं. क्योंकि अगर ये कैमरे पहले ही लगे होते तो आरोपियों की इस वारदात को अंजाम देने की हिम्मत ना होती.
बता दें कि, निकिता को इंसाफ दिलाने के लिए अग्रवाल कॉलेज के मेन गेट पर तमाम छात्र 'निकिता हम शर्मिंदा हैं, तेरे कातिल जिंदा हैं' कि तख्तियों के साथ प्रदर्शन कर रहे हैं. छात्रों का कहना है कि अगर कॉलेज प्रबंधन पहले ही जरूरी कदम उठाया होता, तो उनकी बहन निकिता आज जिंदा होती.
कैसे हुई निकिता की हत्या?
गौरतलब है कि बीते सोमवार को छात्रा निकिता तोमर जब पेपर देकर घर जा रही थी तब आरोपी तौसीफ ने उसकी गोली मारकर हत्या कर दी थी. आरोपी ने पहले छात्रा को कार में खींचने का प्रयास किया, और फिर असफल रहने पर गोली मार दी जिससे छात्रा की मौत हो गई. पुलिस ने मंगलवार को आरोपी तौसीफ और उसके साथी रेहान को गिरफ्तार कर लिया था. वहीं तौसीफ को बंदूक सप्लाई करने वाले एक अन्य आरोपी को भी पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. इस पूरी वारदात की सीसीटीवी फुटेज भी सामने आई थी.
जानकारी के मुताबिक आरोपी तौसीफ का परिवार काफी दबंग है. तौसीफ नूंह से कांग्रेस विधायक आफताब अहमद का चचेरा भाई है. आफताब अहमद कांग्रेस सरकार में मंत्री भी रहे चुके हैं.
वहीं कांग्रेस विधायक आफताब अहमद के पिता खुर्शीद अहमद हरियाणा के पूर्व गृहमंत्री रह चुके हैं. आरोपी तौसीफ के दादा पूर्व विधायक कबीर अहमद हैं. वहीं तौसीफ का सगा चाचा जावेद अहमद है. इस बार सोहना विधानसभा से बसपा की टिकट पर चुनाव लड़े लेकिन हार गए.
ये भी पढ़ें: पलवल में सामाजिक संगठनों ने मिलकर निकिता को श्रद्धांजलि देते हुए निकाला कैंडल मार्च