फरीदाबाद: परीक्षा देकर घर लौट रही छात्रा की हत्या का मामला तूल पकड़ता जा रहा है. एक तरफ जहां छात्रा के परिजन न्याय की मांग कर रहे हैं तो वहीं दूसरी तरफ इस वारदात से पूरे हरियाणा में रोष देखने को मिल रहा है. परिजनों का आरोप है कि अगर पुलिस ने पहले ही आरोपियों पर कार्रवाई की होती तो आज उनकी बेटी जिंदा होती.
दरअसल, ये मामला अभी का नहीं है. 2018 में भी इन आरोपियों ने छात्रा को परेशान किया था. 2 साल पहले छात्रा के साथ छेड़छाड़ की गई थी और किडनैप करने की भी कोशिश की गई थी. उस वक्त छात्रा के परिजनों की ओर से पुलिस में मामला भी दर्ज कराया गया था, लेकिन पुलिस ने मामला छेड़खानी का होने के बावजूद भी समझौता करा दिया था.
छात्रा के भाई का आरोप है कि पुलिस ने दो साल पहले भी समझौते का दबाव बनाया था. अगर उस वक्त पुलिस ने कार्रवाई की होती तो आज उसकी बहन जिंदा होती. बताया जा रहा है कि आरोपी युवक 12वीं कक्षा तक लड़की के साथ ही पढ़ा था. वो उस पर दोस्ती के लिए दबाव डालता था, लेकिन लड़की ने इसके लिए साफ इनकार कर दिया था.
क्या है मामला?
बता दें कि बीते दिन यानि सोमवार को आरोपी ने पहले छात्रा को कार में खींचने का प्रयास किया और फिर असफल रहने पर गोली मार दी. जिससे छात्रा की मौत हो गई. इस पूरे मामले का सीसीटीवी फुटेज भी सामने आया है. इस मामले को लेकर मृतका के परिजनों ने फरीदाबाद के सेक्टर-23 में प्रदर्शन भी किया है.
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