चरखी दादरीः बाढ़डा कस्बे की अनाज मंडी में रखा गेहूं अब आढ़तियों और हैफेड अधिकारियों के लिए गले की फांस बनने लगा है. मंडी में पड़ी गेहूं की बोरियां तीन दिन पहले हुई तेज बारिश में पूरी तरह से भीग गई. गेहूं के भीगने के बाद बिना सुखाए ही आढ़ती गेहूं के कट्टों में भराई करवा रहे हैं. जिससे भरे हुए कट्टों में रखा गेहूं अब सड़ने लगा है.
अनाज मंडी से आने लगी बदबू
हालात तो ये हैं कि मंडी में बदबू के चलते वहां खड़ा होना भी दुश्वार हो रहा है. वहीं, वेयर हाऊस और मंडी शैड के नीचे गेहूं का स्टॉक हैफेड द्वारा लगाया जा रहा है. इस दौरान भीगा गेहूं पहुंचने पर हैफेड अधिकारी वेयर हाऊस पहुंचने वाली गाड़ियों को रिजक्ट कर वापिस भेज रहे हैं. ऐसे में आढ़ती और हैफेड अधिकारियों के बीच नोक-झोंक भी होने लगी है.
अधिकारियों की लापरवाही से भीगा गेहूं !
बता दें कि जिले के बाढ़डा की अनाज मंडी में 15 अप्रैल से ही गेहूं की खरीद सरकार द्वारा की गई थी. खरीद का काम हैफेड को सौंपा गया था. बाढ़डा मंडी में हैफेड द्वारा किसानों से एक लाख 11 हजार क्विंटल गेहूं की खरीद की गई है. जिसमें से 68 हजार क्विंटल गेहूं का ही मंडी से उठान हो पाया है. बाकी बचे गेहूं का उठान नहीं होने से सारा गेहूं बारिश के पानी में भीग गया.
14 प्रतिशत से ज्यादा नमी वाला गेहूं हो रहा है रिजेक्ट
हैफेड इंस्पेक्टर अमित नैन ने बताया कि उनके पास बारिश से भीगा हुआ गेहूं पहुंच रहा है. जिसमें 12 प्रतिशत नमी वाला गेहूं तो बिना काट के लिए लिया जा रहा है और 14 प्रतिशत तक गेहूं काट के साथ स्टॉक किया जा रहा है. उन्होंने बताया कि 14 प्रतिशत से भी ज्यादा नमी वाला जो गेहूं आ रहा है उसे रिजेक्ट किया जा रहा है.