चरखी दादरी: यूनाइटेड वर्ल्ड रेसलिंग द्वारा सभी राष्ट्रीय संघों से भारत के साथ संबंध खत्म करने के मामले पर अंतर्राष्ट्रीय महिला रेसलर बबीता फोगाट ने प्रतिक्रिया दी है. बबीता का मानना है कि ऐसे फैसलों के चलते खिलाड़ियों के हौंसलों पर ग्रहण लग जाएगा. जो खिलाड़ी अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर खेलने का सपना देखते हैं, वो पूरा करने का मलाल उनके मन में ही दबकर रह जाएगा. ऐसे में बड़े स्तर पर मसले को हल कर लेना चाहिए. ताकि खिलाड़ियों का भविष्य बना रहे. वैसे हमारे लिए देश सबसे पहले सर्वोप्रिय है, बाकी सब कुछ बाद में. रेसलर बबीता फोगाट ने बताया कि विश्व कुश्ती संघ के फैसलें पर उन्हें स्वयं ही नहीं बल्कि देशभर के खिलाड़ियों को झटका लगेगा.
गौरतलब है कि पाकिस्तानी निशानेबाजों को भारत द्वारा वीजा देने से इनकार करने के परिप्रेक्ष्य में लिए फैसले पर बबीता फोगाट ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि ऐसे फसले से खिलाड़ियों के भविष्य पर ग्रहण ही लग जाएगा. अगर विश्व कुश्ती संस्था द्वारा सभी राष्ट्रीय संघों से भारत के साथ संबंध खत्म करने का फैसला फाइनल हुआ तो उनके लिए अपना देश सबसे पहले सर्वोप्रिय है और बाकी बाद में.
बबीता ने कहा कि ऐसे फैसले से खिलाड़ियों के साथ अन्याय होगा और खिलाड़ियों का देश के अंदर ही उत्साह दबकर रह जाएगा.
अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर ओलंपिक, एशियन व वल्र्ड स्तर के खेलों में भारतीय खिलाड़ियों को झटका लगेगा. जिससे उनका विदेशों में प्रतिभा दिखाने का सपना सिर्फ सपना ही रह जाएगा.
ऐसे में देश के बड़े लीडरों के साथ-साथ केंद्रीय खेल मंत्री राज्यवर्धन सिंह राठौड़ को आगे आकर हस्तक्षेप करते हुए मसले को सुलझाना चाहिए. खेलों में राजनीति छोड़कर खिलाड़ियों के भविष्य को सुरक्षित करने के लिए समाधान करना चाहिए. ताकि खिलाड़ियों का मनोबल बना रहे और देश का नाम रोशन करते हुए विश्व में अपनी पहचान कायम कर सकें.