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चरखी दादरी: ग्रीन कॉरिडोर मुआवजा वृद्धी के लिए धरना दे रहे 3 किसानों की हालत बिगड़ी

जमीन अधिग्रहण मुआवजा राशि में वृद्धि की मांग को लेकर धरनारत किसानों की तबीयत बिगड़ती जा रही है. पिछले चार दिन में धरने पर बैठे दर्जन भर किसानों की तबियत बिगड़ चुकी है, रविवार को भी धरने पर बैठे तीन किसानों की तबियत बिगड़ गई. जिन्हें दादरी सिविल अस्पताल में भर्ती करवाया गया.

मुआवजा राशि में वृद्धि की मांगो को लेकर किसानों का धरना
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Published : Sep 22, 2019, 8:55 PM IST

चरखी दादरी: जमीन अधिग्रहण मुआवजा राशि में वृद्धि की मांग को लेकर धरना दे रहे किसानों की तबीयत बिगड़ रही है. पिछले चार दिनों में करीब 10 लोगों की हालत बिगड़ने के कारण अस्पताल में भर्ती कराया जा चुका है. रविवार को भी धरने पर बैठे तीन किसानों की हालत बिगड़ने के कारण उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया.

मुआवजा राशि बढ़ाने की मांग को लेकर कर रहे धरना प्रदर्शन
नारनौल से गंगेहड़ी तक जाने वाली नेशनल हाईवे ग्रीन कारिडोर 152 डी के लिए दादरी जिला के 17 गांवों के किसानों की करीब 760 एकड़ जमीन का अधिग्रहण होनी है. इन गांवों के सैकड़ों किसान 26 फरवरी से लगातार गांव रामनगर में धरनारत हैं. किसानों की मांग है कि उनकी जमीन का मुआवजा राशी बढ़ाया जाए. किसानों ने सरकार पर अन्याय करने का आरोप लगाया है.

मुआवजा राशि में वृद्धि की मांगो को लेकर किसानों का धरना

इसे भी पढ़ें: हिसार: माइनर विस्तार को लेकर किसानों का धरना सातवें दिन भी रहा जारी
विधानसभा चुनाव में करेंगे भाजपा का विरोध
धरना कमेटी प्रधान अनूप खातीवास और संयोजक विनोद मोड़ी ने बताया कि सरकार उनकी मांगों को लेकर गंभीर नहीं है. उन्होंने बताया कि पिछले 6 माह से वो लगातार धरना दे रहे हैं. इस अवधि के दौरान जिले के 5 किसानों की मौत हो चुकी है. धरने में शामिल होने वाले किसानों की हालत लगातार बिगड़ने की सिलसिला जारी है.

उन्होंने कहा कि चुनाव आचार संहिता लागू होने से पूर्व किसानों की मुआवजा राशी बढ़ने की आस थी. लेकिन उनकी कहीं सुनवाई नहीं होने पर आगामी विधानसभा चुनाव में भाजपा का विरोध करेंगे और भाजपा के खिलाफ प्रचार करेंगे. उन्होंने कहा कि इसके लिए जल्द ही रणनीति तैयार की जाएगी.

चरखी दादरी: जमीन अधिग्रहण मुआवजा राशि में वृद्धि की मांग को लेकर धरना दे रहे किसानों की तबीयत बिगड़ रही है. पिछले चार दिनों में करीब 10 लोगों की हालत बिगड़ने के कारण अस्पताल में भर्ती कराया जा चुका है. रविवार को भी धरने पर बैठे तीन किसानों की हालत बिगड़ने के कारण उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया.

मुआवजा राशि बढ़ाने की मांग को लेकर कर रहे धरना प्रदर्शन
नारनौल से गंगेहड़ी तक जाने वाली नेशनल हाईवे ग्रीन कारिडोर 152 डी के लिए दादरी जिला के 17 गांवों के किसानों की करीब 760 एकड़ जमीन का अधिग्रहण होनी है. इन गांवों के सैकड़ों किसान 26 फरवरी से लगातार गांव रामनगर में धरनारत हैं. किसानों की मांग है कि उनकी जमीन का मुआवजा राशी बढ़ाया जाए. किसानों ने सरकार पर अन्याय करने का आरोप लगाया है.

मुआवजा राशि में वृद्धि की मांगो को लेकर किसानों का धरना

इसे भी पढ़ें: हिसार: माइनर विस्तार को लेकर किसानों का धरना सातवें दिन भी रहा जारी
विधानसभा चुनाव में करेंगे भाजपा का विरोध
धरना कमेटी प्रधान अनूप खातीवास और संयोजक विनोद मोड़ी ने बताया कि सरकार उनकी मांगों को लेकर गंभीर नहीं है. उन्होंने बताया कि पिछले 6 माह से वो लगातार धरना दे रहे हैं. इस अवधि के दौरान जिले के 5 किसानों की मौत हो चुकी है. धरने में शामिल होने वाले किसानों की हालत लगातार बिगड़ने की सिलसिला जारी है.

उन्होंने कहा कि चुनाव आचार संहिता लागू होने से पूर्व किसानों की मुआवजा राशी बढ़ने की आस थी. लेकिन उनकी कहीं सुनवाई नहीं होने पर आगामी विधानसभा चुनाव में भाजपा का विरोध करेंगे और भाजपा के खिलाफ प्रचार करेंगे. उन्होंने कहा कि इसके लिए जल्द ही रणनीति तैयार की जाएगी.

Intro:ग्रीन कारिडोर मुआवजा वृद्धि को लेकर किसानों का धरना:-
तीन किसानों की फिर हालत बिगड़ी
: धरनारत किसानों की लगातार बिगड़ रहा है स्वास्थ्य, चार दिन में दर्जनभी किसानों की हालत बिगड़ चुकी है
चरखी दादरी : जमीन अधिग्रहण मुआवजा राशि वृद्धि की मांग को लेकर धरनारत किसानों की लगातार तबियत बिगड़ती जा रही है। पिछले चार दिन के दौरान धरने में शामिल दर्जनभर किसानों की तबीयत बिगडऩे सिलसिला जारी रहा। रविवार को भी धरने पर बैठे तीन किसानों की हालत बिगड़ गई। ऐसे में किसानों को दादरी सिविल अस्पताल में भर्ती करवाया गया। वहीं किसानों ने आचार संहिता लगने के बाद अपना रूख बदलते हुए रणनीति बनाकर बड़ा आंदोलन करने का अल्टीमेटम दिया है। साथ ही किसानों का फैसला है कि विधानसभा चुनाव में भाजपा का विरोध करेंगे और खिलाफ प्रचार करेंगे। क्योंकि आचार संहिता लगने से पूर्व किसानों की आस पर खट्टर सरकार ने मुआवजा न बढ़ाकर पानी फेर दिया।Body:बता दें कि नारनौल से गंगेहड़ी तक जाने वाले नेशनल हाइवे ग्रीन कारिडोर 152 डी के लिए दादरी जिला के 17 गांवों के किसानों की करीब 760 एकड़ जमीन का अधिग्रहण होना है। इन गांवों के सैंकड़ों किसान गत 26 फरवरी से लगातार गांव रामनगर में धरनारत हैं। किसानों की मांग है कि उनकी जमीन का मुआवजा राशि बढ़ाया जाए। रविवार को भी किसानों ने धरने पर रोष प्रदर्शन किया और सरकार पर किसानों के साथ अन्याय करने का आरोप लगाया। धरने पर दोपहर के समय तीन किसानों का स्वास्थ्य बिगड़ गया और उल्टियां शुरू हो गई। किसानों ने तुरंत एंबूलेंस को सूचित कर किसान सुलतान सिंह मोड़ी, राजपाल सिंह व कप्तान सिंह को तुरंत उपचार के लिए सिविल अस्पताल में भर्ती करवाया गया।
बाक्स:-
सरकार कर रही है किसानों से अन्याय
धरना कमेटी प्रधान अनूप खातीवास व संयोजक विनोद मोड़ी ने बताया कि सरकार उनकी मांगों को लेकर कतई गंभीर नहीं है। वे पिछले 6 माह से लगातार धरना दे रहे हैं। इस अवधि के दौरन जिले में पांच किसानों की मौत हो चुकी है। धरने में शामिल होने वाले किसानों की लगातार हालत बिगडऩे का सिलसिला जारी है। चार दिन के दौरान दर्जनभर किसानों की हालत बिगड़ी है। जिन्हें सरकारी अस्पताल में भर्ती करवाया गया है। उन्होंने कहा कि चुनाव आचार संहिता लागू होने से पूर्व किसानों को मुआवजा बढऩे की आस थी। लेकिन उनकी कही भी सुनवाई नहीं होने पर अब चुनाव में भाजपा का विरोध करते हुए खिलाफ प्रचार करेंगे। इसके लिए जल्द ही रणनीति तैयार की जाएगी।
विजवल:- 1
सिविल अस्पताल, अस्पताल में उपचाराधीन किसान, एंबूलेंस में किसानों को ले जाते व धरने पर बैठे किसानों के कट शाटस
बाईट:- 2
विनोद मोड़ी, धरना संयोजकConclusion:
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