चरखी दादरी: पूर्व विधायक सुखविंद्र मांढी ने मंगलवार को कस्बा झोझू कलां में हलके के कार्यकर्ताओं की मीटिंग ली और हार की समीक्षा की. इस दौरान पूर्व विधायक ने कहा कि उनके विधायक कार्यकाल के दौरान दादरी जिले में अनेक ऐतिहासिक कार्य करवाए गए. दादरी को जिला तो बाढड़ा को उपमंडल का दर्जा दिलाने के साथ-साथ रिकॉर्ड विकास कार्य करवाकर क्षेत्र को विकासशील बनाया.
'घर-घर नहीं पहुंच पाई सरकार की योजनाएं'
बाढड़ा के पूर्व विधायक सुखविंद्र मांढी ने अपनी हार का कारण सरकार की योजनाओं का घर-घर नहीं पहुंचना बताया. उन्होंने कहा कि वो लगातार पांच साल हलके में डटे रहे हैं और क्षेत्र में विकास के नए आयाम स्थापित किए हैं, लेकिन हार होने का अंदेशा नहीं था. साथ ही विधायक ने नैना चौटाला पर भी कटाक्ष किया कि अगर ये इतनी सक्षम होती तो डबवाली का मैदान नहीं छोड़ती.
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'जिनका कोई जनाधार नहीं, वो भी यहां से चुनाव लड़े'
सुखविंद्र मांढी ने कहा कि चुनाव के दौरान उनको हराने के लिए दो बड़े राजघरानों के प्रत्याशी चुनावी मैदान में उतरे. उन्होंने कहा कि जिनका इस क्षेत्र में वोट तक नहीं है उनको मैदान में उतारने की साजिश रची गई. फिर भी क्षेत्र की जनता ने उन्हें करीब 35 हजार वोट दिए.
अगले विधानसभा चुनाव की तैयारी में सुखविंद्र मांढी
मांढी ने कहा कि अगले पांच वर्ष के दौरान अधूरे विकास कार्यों को सरकार की मदद से पूरा करवाने के लिए और क्षेत्र के लोगों की सेवा के लिए वो मौजूद रहेंगे. उन्होंने कहा कि अगले विधानसभा चुनाव में वो फिर से दोगुनी मेहनत के साथ जनता के बीच में जाएंगे.