चरखी दादरी: संयुक्त किसान मोर्चा आज देश भर में बीजेपी सरकार के खिलाफ 'विश्वासघात दिवस' (vishwasghat diwas farmers protest) मना रहा है. मोर्चे का केंद्र सरकार पर किसानों के साथ हुए समझौते का मान न रखने का आरोप है. इस कड़ी में चरखी दादरी में किसानों ने खापों की अगुवाई में सड़कों पर उतरकर सरकार का विरोध किया. इस दौरान जहां पीएम मोदी का पुतला दहन करते हुए राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंपा वहीं चेतावनी भी दी कि अगर किसानों की मांगे पूरी नहीं होती हैं तो दिल्ली बॉर्डर को फिर से सील करने में देर नहीं लगेगी.
प्रदेशभर की खाप पंचायतें किसानों के साथ मिलकर दोबारा से आंदोलन के लिए तैयार हैं. फोगाट खाप की अगुवाई में जिलेभर की खापें, सामाजिक व कर्मचारी संगठनों के साथ मिलकर किसान हजारों की संख्या में दादरी की सड़कों पर उतरे और सरकार के खिलाफ रोष प्रदर्शन किया. इस दौरान किसानों ने रोज गार्डन में एकजुट होते हुए किसान आंदोलन समाप्त करने के दौरान केंद्र सरकार द्वारा किसानों की मांगें पूरी करने का आश्वासन देने के बाद भी पूरा नहीं करने पर मंथन किया गया.
करीब दो घंटे मंथन के बाद किसानों ने रोज गार्डन से लघु सचिवालय तक रोष प्रदर्शन करते हुए नारेबाजी की. परशुराम चौक पर पीएम मोदी का पुतला दहन किया और लघु सचिवालय पहुंचकर एसडीएम को राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंपा. ज्ञापन में किसानों ने चेतावनी दी कि अगर किसानों की मांगें नहीं पूरी हुई तो किसान फिर से दिल्ली बॉर्डर को सील कर देंगे. इस दौरान सांगवान, फोगाट, श्योराण सहित जिलेभर की खापें, कर्मचारी व सामाजिक संगठन भी किसानों के समर्थन में उतरे.
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प्रदर्शन की अगुवाई कर रहे फोगाट खाप प्रधान बलवंत नंबरदार ने कहा कि किसानों के साथ मिलकर खापों व सामाजिक संगठनों ने सांकेतिक रूप से प्रदर्शन करते हुए पीएम मोदी का पुतला दहन करके विश्वासघात दिवस मनाया गया. सरकार को सीधे रूप से चेतावनी है कि किसानों पर दर्ज मुकदमें वापिस हों, केंद्रीय मंत्री टेनी का इस्तीफा, ट्रैक्टरों के चालान पर रोक लगाई जाए अन्यथा किसान फिर से आंदोलन कर सकते हैं. किसान व खापें फिर से दिल्ली बॉर्डर को सील करने के लिए पूरी तरह से तैयार हैं.
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