चरखी दादरी: हरियाणा के विभिन्न विभागों में कार्यरत सरकारी कर्मचारी अब अपनी मांगों को लेकर लामबंद हो गए हैं. हरियाणा के सबसे बड़े कर्मचारी संगठन सर्व कर्मचारी संघ (एसकेएस) ने एक बार फिर आंदोलन की तैयारी कर रहा है. एसकेएस इस बार कच्चे कर्मचारियों की कई मांगों को पूरा करने के लिए ये प्रदर्शन करेगा. यह निर्णय दादरी के एसकेएस कार्यालय में हुई कर्मचारियों की एक बैठक में लिया गया.
सर्व कर्मचारी संघ के पदाधिकारी प्रदेशभर के कर्मचारी कच्चे कर्मचारियों को पक्का करने, पुरानी पेंशन बहाली सहित 7 सूत्रीय मांगों को लेकर 4 फरवरी 2024 को रोहतक में एकजुट होंगे. कर्मचारी इस बैठक के बाद बड़े स्तर पर आंदोलन का ऐलान कर सकते हैं. कर्मचारियों की मीटिंग में एसकेएस पदाधिकारियों ने सरकारी कर्मचारियों की मांगों को लेकर मंथन किया और आगामी रूपरेखा तैयार की.
कर्मचारी नेताओं ने कहा कि बार-बार सरकार से वार्ता के बाद भी मांगों को लेकर कोई समाधान नहीं हुआ. इस बार कर्मचारी अपनी मांगों को पूरा करवाने के लिए जहां एक जनवरी से प्रदेशभर के गांवों में सरकार की पोल खोलो अभियान चलाएंगे वहीं पंचायत प्रतिनिधियों से समर्थन मांगेंगे.
कर्मचारियों ने चरखी दादरी में हुई बैठक में ये निर्णय लिया कि आगामी दिनों में सभी विभागों में कर्मचारियों के जत्थे पहुंचकर 4 फरवरी को रोहतक में होने वाली कर्मचारी रैली का न्योता देंगे. इस बार कर्मचारियों की रैली में आर-पार की लड़ाई का ऐलान किया जाएगा. बैठक में कहा गया कि कच्चे कर्मचारियों को पक्का करने, पुरानी पेंशन बहाली, नई भर्ती सहित 7 सूत्रीय मांगों को लेकर कर्मचारी एकजुट होकर आंदोलन शुरू करेंगे.
सरकार किसी की बात सुन नहीं रही है. इसलिए हम एक जनवरी से लेकर 31 जनवरी तक तमाम गांवों में दो लाख लोगों के बीच जायेंगे. सरपंचों और लोगों के पास जाकर सरकार की पोल खोलेंगे. उसके बाद भी सरकार नहीं मानती है तो 4 फरवरी को रोहतक में बैठक करके आगे के आंदोलन पर फैसला लिया जायेगा. सुख दर्शन सरोवा, राज्य कोषाध्यक्ष, सर्व कर्मचारी संघ, हरियाणा
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