चरखी दादरी: 2016 में अनुबंध के आधार पर हरियाणा रोडवेज में रखे गए 450 कर्मचारियों की सेवाएं समाप्त करने पर रोडवेज कर्मचारी आर-पार की लड़ाई लड़ने के मूड में हैं. कर्मचारियों ने सरकार और विभाग के आला अधिकारियों के खिलाफ दो घंटे का रोष प्रदर्शन करते हुए जमकर नारेबाजी की.
इस दौरान उन्होंने अल्टीमेटम दिया कि अगर सरकार ने कर्मचारियों की बहाली नहीं की तो बड़ा आंदोलन किया जाएगा. जिसका खामियाजा सरकार को विधानसभा चुनाव में भी भगुतना पड़ेगा.
हरियाणा रोडवेज तालमेल कमेटी के वरिष्ठ सदस्य रणबीर गहलोत की अध्यक्षता में दादरी रोडवेज वर्कशॉप में रोडवेज कर्मियों ने दो घंटे का रोष प्रदर्शन करते हुए धरना दिया. धरने को कमेटी सदस्य राजेश रावलधी, भूप सिंह धनासरी, कृष्ण ऊण और श्रीभगवान मंदोली ने भी संबोधित किया.
धरने के बाद कर्मचारियों ने बस स्टैंड परिसर में सरकार के खिलाफ रोष प्रदर्शन करते हुए रोडवेज में कॉन्ट्रेक्ट पर लगे 450 कर्मचारियों की सेवाएं समाप्त किए जाने के सरकार के इस फैसले की कड़ी निंदा की.
कर्मचारी नेताओं ने कहा कि बीजेपी सरकार ने रोडवेज के 450 कर्मचारियों के परिवार के मुंह से रोटी का निवाला छीना है, जो शर्मनाक है. विभाग में चालकों और वर्कशॉप कर्मचारियों की भारी कमी के बावजूद 450 कर्मचारियों को हटाने के आदेश विभाग के एसीएस धनपत सिंह द्वारा किलोमीटर स्कीम घोटाले की जांच को भटकाने के लिए जारी किए गए हैं.
उन्होंने सरकार से मांग की है कि रोडवेज विभाग से कर्मचारियों को हटाने के आदेश तुरंत रद्द किए जाएं और एसीएस धनपत सिंह का विभाग से तबादला किया जाए. ताकि किलोमीटर स्कीम घोटाले की निष्पक्ष जांच हो सके.
सिरसा
सिरसा में भी बस स्टैंड परिसर में रोडवेज कर्मचारियों ने सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और प्रदर्शन किया. कर्मचारियों की मांग है कि 450 कर्मचारी जो हटाए गये हैं, उन्हें पुनः बहाल किया जाए.
सर्व कर्मचारी संघ के जिला प्रधान मदन लाल खोत ने बताया कि सरकार कर्मचारियों को हटाकर कर्मचारियों के साथ विश्वासघात कर रही है. उन्होंने कहा कि सरकार को पूर्ण बहुमत मिलने के बाद इन कर्मचारियों को हटाना कर्मचारियों के खिलाफ कहीं न कहीं बदले की भावना से कार्रवाई करना है. मदनलाल ने बताया कि अगर इन कर्मचारियों की बहाली नहीं की गई तो भविष्य में तालमेल कमेटी एक बड़ा आंदोलन करेगी.