चरखी दादरी: जींद में बर्खास्त पीटीआई टीचरों पर हुई लाठीचार्ज के विरोध में शहर में रोष प्रदर्शन किया गया. सीएम और राज्यपाल के नाम ज्ञापन सौंपते हुए जींद लाठीचार्ज मामले की उच्च स्तरीय जांच की मांग गई. साथ ही नौकरी से हटाए गए पीटीआई टीचरों ने अल्टीमेटम दिया कि खापों के साथ मिलकर बहाली तक बड़ा आंदोलन जारी रखेंगे.
बता दें कि शुक्रवार को जींद में बर्खास्त पीटीआई टीचरों पर पुलिस द्वारा लाठीचार्ज करते हुए खाप नेता रंगीराम को गिरफ्तार किया था. जिसको लेकर बर्खास्त पीटीआई टीचरों ने कर्मचारी और सामाजिक संगठनों के साथ मिलकर शहर में रोष प्रदर्शन किया. महिलाओं ने थाली और चम्मचें बजाकर सरकार पर वादा खिलाफी का आरोप लगाया. उन्होंने सीटीएम सुरेश कुमार को सीएम और राज्यपाल के नाम ज्ञापन सौंपकर उच्च स्तरीय जांच की मांग की.
बर्खास्त पीटीआई टीचरों के प्रदर्शन की अगुवाई करते हुए अशोक कुमार और सुनील देवी ने संयुक्त रूप से कहा कि जींद में पुलिस ने लाठीचार्ज कर उनकी आवाज को दबाने का प्रयास किया है. हम अपनी नौकरी बहाली को लेकर मरते दम तक संघर्ष करते रहेंगे. जींद मामले की उच्च स्तरीय जांच हो और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए.
गौरतलब है कि हरियाणा में हुड्डा शासन में हुई 1983 पीटीआई अध्यापकों की भर्ती को सुप्रीम कोर्ट ने गलत साबित कर दिया था. जिसके बाद हरियाणा की मौजूदा सरकार ने इन पीटीआई अध्यपकों को बाहर का रास्ता दिखा दिया. उसके बाद से ये 1983 पीटीआई अध्यापक बहाली की मांग कर रहे हैं, जिन्हें विभिन्न संगठनों का समर्थन भी मिल रहा है.
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