चरखी दादरी: किसानों का आंदोलन अब एक बार फिर रफ्तार पकड़ता दिख रहा है. गणतंत्र दिवस पर हुए उपद्रव के बाद आंदोलन में जो ढिलाई आई थी, वो बीते दिन गाजीपुर सीमा पर मचे संग्राम के बाद दूर हुई है. राकेश टिकैत के आंसुओं के सैलाब से किसानों में जोश आया है. साथ ही सैकड़ों किसान दिल्ली के बॉर्डरों पर फिर जुटना शुरू हो गए हैं.
राकेश टिकैत की भावनात्मक अपील के बाद दादरी में फौगाट खाप ने देर रात आपातकालीन मीटिंग बुलाई और किसान आंदोलन को मजबूत करने का फैसला लिया. देर रात ही खाप की अगुवाई में किसानों ने प्रदर्शन करते हुए डीसी कैंप कार्यालय पहुंचकर राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंपा. वहीं शुक्रवार को फौगाट खाप 19 की सर्वजातीय पंचायत ने दिल्ली कूच करने का फैसला लिया.
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बता दें कि खाप प्रधान बलवंत नंबरदार की अध्यक्षता में बीती देर रात आपातकालीन मीटिंग बुलाई गई. मीटिंग में खाप पदाधिकारियों ने स्पष्ट किया कि किसान नेता राकेश टिकैत के साथ पुलिस और सरकार द्वारा ज्यादती नहीं होने दी जाएगी. सरकार और पुलिस किसान आंदोलन को खत्म करने का प्रयास कर रही है. खाप और किसान एकजुट होकर सरकार के खिलाफ किसान आंदोलन को फिर से मजबूत करेंगे और राकेश टिकैत खड़े रहेंगे.