चरखी दादरी: जिला बनने के बाद दादरी शहर की आबादी बढ़ती जा रही है. साथ ही आपराधिक घटनाएं भी बढ़ रही हैं. शहर में नगर परिषद द्वारा लगाए अधिकांश स्थानों पर लगाए सीसीटीवी कैमरे खराब पड़े हैं. जिसके चलते शहर की सुरक्षा राम भरोसे चल रही है.
हालांकि, सुरक्षा को देखते हुए नगर परिषद ने अब 4 करोड़ का प्रपोजल तैयार कर पुलिस के हवाले कर दिया है, लेकिन पुलिस द्वारा सीसीटीवी कैमरों की देखभाल का जिम्मा किसी अधिकारी को नहीं सौंपने से आपराधिक घटनाओं पर अंकुश लगना संभव नहीं है.
व्यापार मंडल ने कहा कि शहर में कई स्थानों पर लगे सीसीटीवी कैमरों की क्वालिटी खराब होने के कारण पुलिस को अपराधी की पहचान करने में ज्यादा फायदा नहीं मिल पाता है. कैमरे लगने के बाद पुलिस प्रशासन आपराधिक घटनाओं पर रोक लगाने में आसानी होगी.
लगभग सात साल पहले शहर में बढ़ती आपराधिक घटनाओं को रोकने के लिए नगर व्यापार मंडल और सांसद निधी कोष के सहयोग से 11 लाख की लागत से चौक चौराहों पर 28 सीसीटीवी लगाए गए थे.
लेकिन लगाए गए सीसीटीवी की समय रहते देखभाल नहीं करने से कुछ स्थानों पर कैमरे खराब पड़े हैं. वहीं कुछ मुख्य चौराहों के निर्माण के नाम पर नगर परिषद द्वारा हटा दिए गए हैं. ऐसे में कोई भी असामाजिक तत्व शहर में किसी बड़ी घटना को अंजाम देकर किसी भी रास्ते से आसानी से फरार हो सकता है.
अधिकांश सीसीटीवी कैमरे खराब
दादरी शहर में नगर व्यापार मंडल द्वारा परशुराम चौक, रेलवे रोड, पुरानी अनाज मंडी स्थित वैश्य स्कूल के पास, अंबेडकर चौक, लाला लाजपत राय चौक, सुभाष चौक व हीरा चौक में सीसीटीवी लगवाए गए थे.
सुभाष चौक, पुरानी अनाज मंडी के बाहर स्थित वैश्य स्कूल के पास, भगवान परशुराम चौक और अंबेडकर चौक पर लगे कैमरे बंद पड़े हैं. स्थानीय नागरिक कृष्ण फौगाट ने बताया कि अधिकांश कैमरे खराब पड़े हैं. शायद पुलिस बड़ी घटना का इंतजार कर रही है. अगर सीसीटीवी कैमरे लग जाएं जो नागरिकों की सुरक्षा भी बनी रहेगी.
जल्द ही लगेंगे सीसीटीवी कैमरे- एसएचओ
सिटी पुलिस थाना प्रभारी बलबीर सिंह ने बताया कि नगर परिषद द्वारा सीसीटीवी कैमरों की निगरानी का कार्य पुलिस को दिया गया है. अब कैमरों की मॉनिटरिंग पुलिस प्रशासन द्वारा की जाएगी. कैमरे लगाने की प्रक्रिया चल रही है और जल्द ही सीसीटीवी कैमरे लगा दिए जाएंगे.
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