चरखी दादरी: बीती रात बारिश की वजह से दादरी की अनाजमंडी पानी से लबालब हो गई. इस बीच प्रशासन की बदइंतजामी भी सामने आई. प्रशासनिक अधिकारियों की लापरवाही की वजह से मंडी में रखा लाखों क्विंटल बाजार भीग गया. जिसकी वजह से किसानों को भारी नुकसान हुआ है.
प्रशासन ने नहीं किए पुख्ता इंतजाम
अब तक दादरी की अनाजमंडी में करीब दो लाख क्विंटल बाजरा की खरीद की गई है. खरीद का काम 15 नवंबर तक जारी रहेगा, लेकिन मंडी से बाजरा उठान में देरी होने की वजह से बाजरे के ढेर लगे हैं. बार-बार किसानों और आढतियों ने प्रशासन से बाजरा उठाने बारे मांग की. लेकिन उठान का कार्य शुरू नहीं होने से हालात प्रतिदिन बिगड़ते गए.
बारिश से भीगा बाजरा
बीती रात हुई बारिश के चलते मंडी में हालात बद से बदतर हो गए हैं. क्योंकि उठान नहीं होने के कारण खुले में पड़ा लाखों क्विंटल बाजरा बारिश की भेंट चढ़ गया. प्रशासन की तरफ से दावा तो किया गया, लेकिन बाजरे को बारिश से बचाने के लिए कोई इंतजाम नहीं किया गया. जिसका खामियाजा किसानों को भुगतना पड़ा.
शिकायत के बावजूद नहीं कोई कार्रवाई
मंडी प्रधान रामकुमार रिटोलिया ने बताया कि बार-बार संबंधित विभाग के अधिकारियों को उठान बारे अवगत करवाया, लेकिन अधिकारियों के उदासीन रवैये के चलते लाखों क्विंटल बाजरा बारिश की भेंट चढ़ गया है.
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वहीं मार्केट कमेटी सचिव बसंत कुमार का कहना है कि मंडी में पुख्ता इंतजाम किए गए थे. आढतियों को स्पष्ट निर्देश दिए थे कि बारिश के मौसम के चलते वे बाजरा की फसल को ढककर रखें. इस मामले में वो जांच कर रहे हैं. जिन आढतियों ने तिरपाल नहीं लगाए उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.