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चरखी दादरी: रात भर शव के साथ धरना देते रहे किसान, आज धरना स्थल पर कूच करेंगे प्रदेशभर के किसान

रात भर से सैकड़ों किसान मृतक किसान के शव के साथ लघु सचिवालय पर डटे रहे. आज प्रदेश भर से आए किसान लघु सचिवालय पर इकट्ठा होकर धरना देंगे.

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Published : Aug 5, 2019, 8:34 AM IST

रात भर शव के साथ धरना देते रहे किसान

चरखी दादरी: धरने के दौरान हुई किसान की मौत का मामला शांत होने का नाम नहीं ले रहा है. सैकड़ों किसान रात भर मृतक किसान के शव के साथ लघु सचिवालय पर डटे रहे और आज प्रदेश भर से आए किसान लघु सचिवालय पर धरना देंगे.

प्रशासन ने किए पुख्ता इंतजाम
किसानों के अल्टीमेटम को देखते हुए प्रशासन ने सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए हैं. डीसी ने तनाव को देखते हुए तीन ड्यूटी मजिस्ट्रेट नियुक्त करने के साथ ही दो डीएसपी और तीन जिलों की पुलिस को लघु सचिवालय पर तैनात किया है.

रात भर जारी रहा किसानों का धरना

ये भी पढ़ें:विधानसभा के मानसून सत्र का आज दूसरा दिन, इन प्रस्तावों पर हो सकती है चर्चा

क्या है किसानों की मांग ?
किसानों की मांग है कि मृतक किसान को शहीद का दर्जा दिया जाए और साथ ही उसके परिवार को एक करोड़ की मुआवजा राशि और परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी दी जाए. किसानों का कहना है कि जब तक उनकी मांग पूरी नहीं हो जाती वो शव का अंतिम संस्कार नहीं करेंगे.

कैसे हुई किसान की मौत?
चरखी दादरी में ग्रीन कॉरिडोर 152-डी की अधिग्रहीत जमीन मुआवजा वृद्धि की मांग में धरने के दौरान गांव ढाडी फोगाट के किसान की मौत हो गई थी. उसके बाद से किसानों ने एकजुट होकर मृतक किसान को मुआवजा दिलाने की मांग करते हुए शव को लघु सचिवालय में रखकर जोरदार प्रदर्शन शुरू कर दिया. प्रशासन की ओर से 5 लाख मुआवजा और डीसी रेट पर मृतक किसान के परिवार के एक सदस्य को नौकरी देने का आश्वासन दिया जा चुका है, लेकिन किसान अपनी मांग पर कायम हैं.

चरखी दादरी: धरने के दौरान हुई किसान की मौत का मामला शांत होने का नाम नहीं ले रहा है. सैकड़ों किसान रात भर मृतक किसान के शव के साथ लघु सचिवालय पर डटे रहे और आज प्रदेश भर से आए किसान लघु सचिवालय पर धरना देंगे.

प्रशासन ने किए पुख्ता इंतजाम
किसानों के अल्टीमेटम को देखते हुए प्रशासन ने सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए हैं. डीसी ने तनाव को देखते हुए तीन ड्यूटी मजिस्ट्रेट नियुक्त करने के साथ ही दो डीएसपी और तीन जिलों की पुलिस को लघु सचिवालय पर तैनात किया है.

रात भर जारी रहा किसानों का धरना

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क्या है किसानों की मांग ?
किसानों की मांग है कि मृतक किसान को शहीद का दर्जा दिया जाए और साथ ही उसके परिवार को एक करोड़ की मुआवजा राशि और परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी दी जाए. किसानों का कहना है कि जब तक उनकी मांग पूरी नहीं हो जाती वो शव का अंतिम संस्कार नहीं करेंगे.

कैसे हुई किसान की मौत?
चरखी दादरी में ग्रीन कॉरिडोर 152-डी की अधिग्रहीत जमीन मुआवजा वृद्धि की मांग में धरने के दौरान गांव ढाडी फोगाट के किसान की मौत हो गई थी. उसके बाद से किसानों ने एकजुट होकर मृतक किसान को मुआवजा दिलाने की मांग करते हुए शव को लघु सचिवालय में रखकर जोरदार प्रदर्शन शुरू कर दिया. प्रशासन की ओर से 5 लाख मुआवजा और डीसी रेट पर मृतक किसान के परिवार के एक सदस्य को नौकरी देने का आश्वासन दिया जा चुका है, लेकिन किसान अपनी मांग पर कायम हैं.

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