हैदराबाद: साउथ सुपरस्टार अल्लू अर्जुन को हैदराबाद पुलिस ने बीते सोमवार को संध्या थिएटर मामले में समन भेजा, जिसमें 4 दिसंबर को 'पुष्पा-2' की स्क्रीनिंग के दौरान मची भगदड़ की जांच के तहत एक्टर को मंगलवार को पुलिस के सामने पेश होने के लिए कहा गया है. इस सिलसिले में 'पुष्पा 2' एक्टर चिक्कड़पल्ली पुलिस स्टेशन पहुंचे है. इससे पहले उन्हें उनके घर से निकलते वक्त मीडिया ने अपने कैमरे में कैद किया था.
संध्या थिएटर मामले की जांच के तहत होने वाली पूछताछ के लिए अल्लू अर्जुन मंगलवार को जुबली हिल्स स्थित अपने घर से निकले. पुलिस स्टेशन जाने से पहले वे अपनी पत्नी स्नेहा और बेटी से मिले.
#WATCH | Hyderabad, Telangana: Actor Allu Arjun leaves from his residence in Jubilee Hills
— ANI (@ANI) December 24, 2024
According to Sources, Hyderabad police have issued a notice to actor Allu Arjun, asking him to appear before them in connection with the Sandhya theatre incident pic.twitter.com/S4Y4OcfDWz
एएनआई के अनुसार, हैदराबाद पुलिस ने अल्लू अर्जुन को नोटिस जारी कर संध्या थिएटर घटना के सिलसिले में उनके सामने पेश होने को कहा था. इस सिलसिले में अल्लू अर्जुन चिक्कड़पल्ली पुलिस स्टेशन पहुंचे हैं. अंदर जाने से पहले उन्होंने हाथ जोड़कर वहां मौजूद अधिकारियों का अभिवादन किया.
#WATCH | Telangana: Actor Allu Arjun reaches Chikkadpally police station in Hyderabad to appear before the police in connection with the Sandhya theatre incident. pic.twitter.com/EjTvyN9eTi
— ANI (@ANI) December 24, 2024
इससे पहले दिन में वकीलों का एक ग्रुप अल्लू अर्जुन के घर पर पहुंचा. बैठक के लिए घर में प्रवेश करते समय उन्हें फोल्डर और बैग ले जाते हुए देखा गया. वकीलों के साथ एक्टर की देर रात तक चर्चा चली.
22 दिसंबर को लोगों के एक समूह ने अल्लू अर्जुन के घर पर हमला कर दिया था. यह लोग संध्या थिएटर मामले में रेवती नाम की एक महिला की मौत के लिए न्याय की मांग कर रहे थे. हैदराबाद के डीसीपी वेस्ट जोन के अनुसार, हाथों में तख्तियां लिए और नारे लगाते हुए एक ग्रुप अल्लू अर्जुन के घर पर पहुंचा. उनमें से एक ने परिसर की दीवार पर चढ़कर पत्थर फेंकना शुरू कर दिया, जिससे सुरक्षा कर्मचारियों को हस्तक्षेप करना पड़ा.
इसके बाद हुए विवाद में, प्रदर्शनकारियों ने रैंप के साथ लगे फूलों के गमलों को नुकसान पहुंचाया और सुरक्षा कर्मियों के साथ हाथापाई की. उस्मानिया विश्वविद्यालय संयुक्त कार्रवाई समिति (OU-JAC) का हिस्सा होने का दावा करने वाले 6 लोगों को पुलिस ने हिरासत में लिया है. हालांकि बाद में उन्हें जमानत दे दी गई.