चरखी दादरी: चिलचिलाती धूप के बीच तेज पछुआ हवा (heat wave in haryana) ने शुरुआती गर्मी में ही आमजनों को परेशान कर दिया है. दोपहर में सड़कों पर विरानी छा जाती है. ताल-तलैया सूख चुके हैं और लोग मई, जून माह की तपिश को याद कर सिहर उठते हैं. दरअसल अप्रैल माह के दूसरे सप्ताह में ही तापमान 43 डिग्री सेल्सियस के पार जा पहुंचा है. लगातार बढ़ते तापमान व चिलचिलाती धूप के बढ़ने के साथ ही बीमारियों का खतरा भी बढ़ गया है.
इसमें सबसे अहम है, हीट स्ट्रोक यानी लू लगना. ऐसे मौसम में अधिक सतर्क रहने की आवश्यकता है. चिकित्सक भी इस गर्मी के मौसम में बहुत जरूरी होने पर घरों से बाहर निकलने की सलाह दे रहे हैं. अप्रैल के दूसरे सप्ताह में सूरज के तीखे तेवर होने की वजह से लू का प्रकोप बढ़ने लगा है. रेगिस्तान से होकर आने वाली गर्म हवाओं की वजह से लगातार तापमान में बढ़ोतरी हो रही है. इस समय चल रही गर्म हवाओं की वजह से सुबह 10 बजे से लेकर शाम 4 बजे तक लू का प्रकोप देखा जा सकता है.
ये भी पढ़ें- हरियाणा में हीटवेव की चेतावनी, 45 डिग्री तक पहुंच सकता है तापमान, जानें कब होगी बारिश
साथ ही दिन और रात के पारे में भी तेजी से वृद्धि हुई है. दिन का पारा 43.6 डिग्री सेल्सियस के करीब पहुंच गया है जबकि यह सामान्य से 5.1 डिग्री सेल्सियस अधिक है. भीषण गर्मी के कारण बाजारों की रौनक गायब हो गई है. बाजारों में शीतल पेय पदार्थों की बिक्री भी बढ़ी है. लोगों का कहना है कि इस बार पिछले वर्षों की अपेक्षा गर्मी का प्रकोप बढ़ा है. बढ़ती गर्मी के प्रकोप से बचने के लिए लोग अब छाता लेकर घरों से निकल रहे हैं. वहीं अस्पताल में भी मरीजों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है. एसएमओ डॉ. अनिता गुलिया ने बताया कि लोगों को गर्मी से बचना चाहिए. घर से निकलते समय पानी की बोतल के साथ लेकर निकलें. कटे हुए फलों का सेवन नहीं करना चाहिए, मच्छरों से बचाव के लिए शरीर को ढक कर रखें.