चरखी दादरी: बीती 7 फरवरी को रोहतक एसटीएफ की गोली लगने से दम तोडऩे वाले बिंदर के ताऊ के बेटे को थाने लाकर टॉर्चर करते हुए उसकी पिटाई कर पैर तोड़ने के मामले में एसपी ने बड़ा संज्ञान लिया है.
ये भी पढ़ें: STF की गोली से हुई थी कार सवार युवक की मौत, पुलिस ने बदमाश समझकर चलाई थी गोली
एसपी विनोद कुमार ने एसएसआई समेत चार पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया है,वहीं दो एसपीओ को बर्खास्त कर दिया गया है. एसपी ने सिटी एसएचओ वीर सिंह की विभागीय जांच करने का भी आदेश दे दिया है.
बता दें कि 13 फरवरी की रात को गऊशाला क्षेत्र निवासी राहुल को पुलिसकर्मियों ने रोज गार्डन से उठाकर थाने में ले आए थे फिर उसके साथ जमकर मारपीट की. आरोप है कि राहुल पर पुलिस कर्मियों द्वारा उसके ताऊ के बेटे की मौत के मामले में राजीनामा का दबाव बनाया जा रहा है.
ये भी पढ़ें: कैसे एसटीएफ के फर्जी एनकाउंटर में हुई बेकसूर की हत्या, क्या है पूरा मामला? देखिए
वहीं पिटाई के चलते राहुल का पैर टूट गया है और पीड़ित पक्ष ने एसपी को 14 मार्च को शिकायत सौंपने के बाद इस संबंध में कार्रवाई की मांग को लेकर 18 मार्च को लोकायुक्त, राज्य पुलिस शिकायत प्राधिकरण, सीएम विंडो, डीजीपी और मानवाधिकारी को शिकायत भेजी थी.
एसपी विनोद कुमार ने मामले पर संज्ञान लेते हुए सिटी थाना एएसआई भीम सिंह, प्रधान सिपाही अशोक कुमार, सिपाही संजय को निलंबित कर दिया. वहीं, एसपीओ रणधीर और अनिल को बर्खास्त किया गया है और सिटी पुलिस थाना प्रभारी वीर सिंह पर विभागीय जांच बैठा दी है.
ये भी पढ़ें: पिस्तौल के बल पर व्यापारी से डेढ़ लाख की लूट, पकड़ने गए युवक को मारी गोली
इस मामले को लेकर डीएसपी राम सिंह बिश्नोई ने बताया कि इस शिकायत पर संज्ञान लेते हुए एसपी द्वारा सिटी थाना प्रभारी वीर सिंह की विभागीय जांच करने का आदेश दिया गया है. इसके अलावा चार पुलिसकर्मी सस्पेंड और दो एसपीओ को बर्खास्त कर दिया.