चरखी दादरी: टिड्डी दल से बचाव के लिए जिले के किसान कृषि कार्यालय के लगातार चक्कर लगा रहे हैं. किसानों का कहना है कि उनके पास टिड्डी दल से बचाव के लिए कोई भी सुविधा उपलब्ध नहीं है. जिसके चलते टिड्डी दल का खतरा उन पर मंडरा रहा है.
कृषि विभाग कार्यालय पहुंचे किसान ओमप्रकाश, महावीर, जयभगवान ने बताया कि लॉकडाउन के चलते किसानों की कमर पहले ही टूट चुकी है. किसी तरह उन्होंने खरीफ की खेती की है. अब पता चला है कि टिड्डी दल आने वाला है. जिसकी वजह से उनकी फसल पर खतरा मंडरा रहा है.
सरकार से लगाई फरियाद
किसान धर्मबीर ने कहा कि वो गरीब किसान हैं और उन्होंने कर्ज लेकर कपास की खेती की है. उन्होंने कहा कि अगर टिड्डी दल उनकी फसल पर बैठ गए तो उसे पूरा चट कर जाएंगे. इसलिए वो सरकार से विनती करते हैं कि सरकार कोई उपाय करे. ताकि उनकी फसल बर्बाद होने से बच सके. उन्होंने कहा कि सरकार और प्रशासन को समाधान के लिए ठोस उपाए करने चाहिए ताकि किसानों की खेती बच सके. धर्मबीर ने कहा कि वे कृषि अधिकारियों से जानकारी लेने आए हैं कि टिड्डी दल से खेती को कैसे बचाया जा सकता है.
इस संबंध में कृषि विभाग के एसडीओ डॉ. कृष्ण कुमार ने कहा कि जिला में टिड्डी दल से खेती को बचाने के लिए जिला प्रशासन के साथ मिलकर पुख्ता इंतजाम किया गया है. उन्होंने बताया कि जिला और गांव स्तर पर कमेटियों का गठन किया गया है. जिससे किसी भी गांव या क्षेत्र में टिड्डियों का हमला हो तो उसे तुरंत नाकाम किया जा सके.
कृषि विभाग के एसडीओ ने कहा कि टिड्डियों से बचाव के लिए किसानों को जागरूक किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि अगर किसी किसान के खेत के ऊपर टिड्डियों का हमला हो तो वो ड्रम या थाली पीटकर उसे भगा सकते हैं. उन्होंने कहा कि कीटनाशकों का छिड़काव करके भी वो टिड्डी दल के हमले से बच सकते हैं.
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