चरखी दादरी: कपास की खरीद आगामी पांच दिनों के लिए बंद करने को लेकर भाकियू ने किसानों के साथ मिलकर रोष प्रदर्शन किया. इस दौरान किसानों ने सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए मंडी अधिकारियों पर किसानों को परेशान करने के आरोप लगाए. साथ ही कहा कि अगर कपास की खरीद शुरू नहीं की गई तो वो अनिश्चितकालीन धरना देते हुए बड़ा आंदोलन करेंगे.
भाकियू लोक शक्ति के प्रदेशाध्यक्ष जगबीर घसोला और भाकियू के प्रदेश महासचिव रणबीर फौजी की अगुवाई में किसानों ने अनाजमंडी में धरना प्रदर्शन किया. इस दौरान किसानों ने आरोप लगाते हुए कहा कि कपास की खरीद के लिए 11 नवंबर का समय दिया गया था. जब वो 11 नवंबर की सुबह अपनी फसल लेकर मंडी में पहुंचे तो मंडी अधिकारियों ने आगामी पांच दिनों के लिए कपास खरीदने से मना कर दिया. उनका कहना है कि ऐसे में उनको आर्थिक नुकसान हुआ है.
किसानों का कहना है कि अगर कपास की खरीद पांच दिनों के लिए बंद की थी तो किसानों के पास मैसेज भेजना चाहिए था. ताकि वो अपनी फसल मंडियों में नहीं लेकर आते. वहीं भाकियू नेताओं ने मंडी अधिकारियों और खरीद एजेंसी पर आरोप लगाते हुए कहा कि किसानों की फसल लेने की बजाए दलालों से फसल खरीदी जा रही है.
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भाकियू नेताओं ने कहा कि पांच दिन खरीद बंद करने बारे ना तो किसी किसान के पास फोन किया गया और ना ही मैसेज भेजा गया. उन्होंने कहा कि ऐसे में किसानों को परेशान किया जा रहा है. भाकियू नेताओं ने सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि अगर कपास की खरीद शुरू नहीं की गई तो वो अनिश्चितकालीन धरना देते हुए बड़ा आंदोलन करेंगे.