चरखी दादरी: ग्रीन कॉरिडोर की अधिग्रहीत जमीन का मुआवजा बढ़ाने की मांग को लेकर एक वर्ष से अनिश्चितकालीन धरने पर बैठे किसान अब विधायकों और सीएम के पुतले फूकेंगे. किसानों ने अल्टीमेटम दिया कि दादरी और बाढड़ा विधायकों द्वारा बजट सत्र में किसानों की मांगों को लेकर कोई आवाज नहीं उठाई. अगर 25 फरवरी तक उनकी मांगों को नहीं उठाया तो वे रणनीति अनुसार पुतले फूकेंगे.
क्या है मामला?
बता दें कि दादरी जिला के 17 गांवों के किसान पिछले वर्ष 26 फरवरी से गांव रामनगर में अनिश्चितकालीन धरने पर बैठे हुए हैं. किसानों की मांग है कि ग्रीन कॉरिडोर 152डी जो नारनौल से गंगेहड़ी तक का निर्माण होना है, उसकी अधिग्रहीत जमीन का उचित मुआवजा नहीं दिया जा रहा है.
ऐसे में किसानों का लगातार धरने पर रोष प्रदर्शन चल रहा है. आज धरना कमेटी के सदस्यों ने धरनास्थल पर आगामी रणनीति तैयार की. इस दौरान कमेटी अध्यक्ष अनूप खातीवास और विनोद मोड़ी की अध्यक्षता में निर्णय लिया गया कि बजट सत्र में दादरी और बाढड़ा के विधायकों द्वारा उनकी मांग को नहीं उठाया गया तो किसान 26 फरवरी को दोनों विधायकों के साथ सीएम के भी पुतले फूकेंगे.
किसानों ने कहा कि विधायकों द्वारा धरने पर आकर आश्वासन दिया था कि उनकी आवाज को विधानसभा में उठाते हुए समाधान करवाएंगे. बावजूद इसके विधायक चुप बैठे हैं. अगर ऐसा ही रहा तो किसान आर-पार की लड़ाई लड़ते हुए बड़ा आंदोलन करेंगे.
किसानों ने मुआवजा वृद्धि को लेकर आगामी रणनीति तैयार करते हुए बड़े आंदोलन की रूपरेखा भी तैयार की. इस दौरान किसानों ने सरकार के खिलाफ रोष प्रदर्शन करते हुए नारेबाजी भी की.
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