चरखी दादरी: गुडाना गांव में भूमि चकबंदी को लेकर ग्रामीण अनिश्चितकालीन धरने पर बैठे हैं. गुडाना गांव के ग्रामीणों का कहना है कि विभागिय साठ-गांठ के चलते गांव के कुछ दबंगों ने ग्रमीणों की जमीन को अपने नाम करा लिया हैं. चकबंदी के बाद कई ग्रामीणों की भूमि घट रही है तो कुछ किसानों द्वारा भूमि पैमाइश करवा कर बढ़वा ली है. चकबंदी में हुई गड़बडी को ठीक करवाने के लिए गांव के किसान लगातार संघर्ष कर रहे हैं.
किसान बबली, मनोज, शेर सिंह, जयभगवान, मनोज का कहना है कि चकबंदी में गड़बड़ी कर ग्रामीणों की जमीन खुर्द-बुर्द कर दी गई है. ऐसे में उनके सामने रोजी-रोटी का संकट खड़ा हो गया है. सरकारी रिकार्ड में गोलमाल करके उनकी भूमि उनसे छीनी जा रही है.
ग्रामीणों का कहना है कि चकबंदी योजना स्कीम के नियमों की धज्जियां उड़ाते हुए राजस्व विभाग के अधिकारियों द्वारा सैकड़ों ग्रामीणों की जिंदगी बर्बाद कर दी है. ग्रामीणों का कहना है कि आने वाली एक अगस्त को वो आमरण अनशन पर बैठेंगे. उनका कहना है कि मर जाएंगे पर जमीन नहीं जाने देंगे.
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विधायक और हरियाणा पशुधन विकास बोर्ड के चेयरमैन सोमबीर सांगवान ने बताया कि गुडाना गांव में धरने बैठे ग्रामीणों से मिलने के बाद उनकी समस्या मुख्यमंत्री मनोहर लाल के संज्ञान में लाई गई है. जल्द ही भूमि की चकबंदी दौबारा करवाई जाएगी.