चरखी दादरी: सर्व कर्मचारी संघ के बैनर तले प्रदेश के अलग-अलग विभागों के कर्मचारियों ने जगह-जगह रोष प्रदर्शन किया. कर्मचारियों ने अपनी मांगों को लेकर सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. गौरतलब है कि कर्मचारियों को सरकार की तरफ से उनकी मांगों को लेकर मीटिंग का आश्वासन मिला था. लेकिन कर्मचारी संघ की ओर से उनका प्रतिनिधिमंडल जब मीटिंग के लिए चंडीगढ़ में हरियाणा निवास पहुंचा तो सरकार की ओर से मीटिंग में कोई नहीं आया. इसी से नाराज होकर कर्मचारियों ने प्रदेशभर में सरकार के खिलाफ रोष प्रदर्शन किया.
चरखी दादरी में कर्मचारियों का प्रदर्शन
चरखी दादरी में अलग-अलग विभागों के कर्मचारियों ने सर्व कर्मचारी संघ के बैनर तले दादरी के रोज गार्डन में रोष प्रदर्शन किया. कर्मचारी इस दौरान जिला प्रधान राजकुमार घिकाड़ा की अगुवाई में शहर में जुलूस निकालते हुए लघु सचिवालय पहुंचे और सीएम के नाम डीएम को ज्ञापन सौंपा. इस दौरान कर्मचारियों ने सरकार पर वादा खिलाफी का आरोप लगाते हुए निमंत्रण पत्र की प्रतियां भी फूंकी. साथ ही अल्टीमेटम दिया कि उनकी मांगों पर विचार नहीं किया तो विधानसभा चुनाव में भाजपा के खिलाफ प्रचार करेंगे और जल्द ही कार्यकारिणी की मीटिंग बुलाकर बड़े आंदोलन की घोषणा करेंगे. राजकुमार घिकाड़ा ने कहा कि कर्मचारी नेताओं को वार्ता के लिए बुलाया गया, परन्तु सरकार की ओर से वार्ता में कोई नहीं पहुंचा. ऐसे में सरकार के खिलाफ कर्मचारियों में रोष है.
नूंह में कर्मचारियों का प्रदर्शन
सर्व कर्मचारी संघ मेवात के कर्मचारियों ने नूंह में रोष प्रदर्शन किया. कर्मचारियों ने सरकार के खिलाफ प्रदर्शन करते हुए नूंह बाइपास पर मुख्यमंत्री मनोहरलाल का पुतला फूंका. सभी कर्मचारी सुबह नूंह के गांधी पार्क में एकत्रित हुए. जिसकी अध्यक्षता सर्व कर्मचारी संघ के जिला प्रधान तैयब हुसैन ने की. जिला प्रधान तैयब हुसैन ने कहा कि 8 सितंबर को करनाल में एक आक्रोश रैली का आयोजन किया गया. जिसमें लाखों की संख्या में कर्मचारियों ने बढ़चढ़कर भाग लिया.
ये भी पढ़ें: करनाल: प्रदेश भर के कर्मचारी राज्य स्तरीय आक्रोश रैली में हुए शामिल, सरकार के खिलाफ भरी हुंकार