चरखी दादरी : खनन और आरटीए विभाग की ओर से संयुक्त कार्रवाई करते हुए बिना ई-बिल सीज किए गए डंपर को छुड़ाने के लिए डंपर मलिक ने अधिकारियों को एक लाख रुपये की घूस देने की कोशिश की. खनन अधिकारी की ओर से पुलिस को मौके पर बुलाया गया तो डंपर मालिक फरार हो गया.
सदर थाना पुलिस ने इस संबंध में डंपर मालिक सहित दो पर विभिन्न धाराओं के तहत केस दर्ज किया है. बता दें कि खनन और आरटीए विभाग की ओर से 16 जनवरी को ये कार्रवाई की गई थी. इस कार्रवाई के तहत बिना ई-बिल के डस्ट ले जाने पर डंपर को सीज किया गया था. जांच करने पर ये ट्रक नांगलोई की अमर कॉलोनी निवासी देवेंद्र कुमार का निकला.
डंपर मालिक ने अधिकारी के दराज में रखे 1 लाख रुपये
डंपर मालिक और उसके दोस्त ने मामला निपटाने के लिए अधिकारी की दराज में जबरदस्ती एक लाख रुपये रख दिए, लेकिन अधिकारी ने तुरंत दूसरे कर्मचारियों को बुला लिया. जिन्हें देखकर दोनों आरोपी भाग गए. इसके बाद सूचना पाकर पुलिस मौके पर पहुंची और रिश्वत के एक लाख रुपये बरामद कर अधिकारी की शिकायत पर दोनों पर केस दर्ज कर लिया गया.
पुलिस को दी शिकायत में सहायक माइनिंग इंजीनियर आरएस ठाकरान ने बताया कि 16 जनवरी को वो एडीसी कम आरटीए मुनीष नागपाल और पुलिस फोर्स सहित आदमपुर पुलिस चेक पोस्ट पर वाहनों की चेकिंग कर रहे थे. इसी दौरान एक डंपर को जांच के लिए रूकवाया तो वो ई बिल पेश नहीं कर पाया. इसके चलते ट्रक को सीज कर दिया गया था.
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पुलिस ने शुरू की जांच
वहीं सदर थाना प्रभारी नरेंद्र कुमार ने बताया कि माइनिंग अधिकारी के कार्यालय से एक लाख रुपये बरामद किए गए हैं. रुपये देने वाले डंपर मालिक सहित उसके दोस्त पर केस दर्ज कर लिया गया है.