चरखी दादरी: 30 दिसंबर को किसान संगठन और केंद्र सरकार के बीच होने वाली बैठक को लेकर राज्यसभा सांसद दीपेंद्र हुड्डा ने बयान दिया है. दीपेंद्र हुड्डा ने कहा कि केंद्र सरकार को अहंकार और अहम त्याग कर किसानों की बात मान लेनी चाहिए और कृषि कानूनों को वापिस लेकर इस समस्या का समाधान करना चाहिए.
सरकार कितनी और कुर्बानी लेना चाहेगी: दीपेंद्र
दीपेंद्र हुड्डा ने सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि 40 से ज्यादा किसान इस आंदोलन की भेंट चढ़ चुकें हैं, सरकार कितनी और कुर्बानी लेना चाहेगी. उन्होंने कहा कि देशभर के लाखों किसान कड़कड़ाती ठंड में अपनी मांगों को पूरा करवाने के लिए दिल्ली बॉर्डर पर डटे हैं लेकिन मोदी सरकार को कोई फर्क नहीं पड़ता.
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दीपेंद्र ने कहा कि बीजेपी और जेजेपी के मंत्रियों ने किसान आंदोलन को अपमानित करने का काम किया है और किसानों के दुख-दर्द को वो नहीं समझ रहे हैं. उन्होंने कहा कि बुधवार को होने वाली बैठक में सरकार किसानों की मांगों को मान ले और उनकी समस्याओं को दूर करें. उन्होंने कहा कि अगर शासक अपनी प्रजा की बात मान लेगी तो वो छोटी नहीं हो जाएगी और इसमें हार या जीत की कोई बात नहीं होनी चाहिए.
निकाय चुनाव में कांग्रेस की होगी जीत: दीपेंद्र
दीपेंद्र हुड्डा ने कहा कि प्रदेश की गठबंधन सरकार लोगों में विश्वास खो चुकी है. पहले बरौदा में और अब निकाय चुनावों में सरकार को पता चल जाएगा. दीपेंद्र ने कहा कि बरौदा में लोगों ने बीजेपी को सबक सिखाया था और इन दिनों जो हो रहा है वो सब जनता के सामने हैं. इसलिए अब जनता में बीजेपी से मुक्ति पाना चाहती है.