चरखी दादरी: जिले के गांव बरसाना और अटेला के बीच से निकलने वाली इंदिरा कैनाल में करीब 20 फूट चौड़ी दरार आने से आसपास के क्षेत्रों में सैंकड़ों एकड़ फसल बर्बाद हो गई. देर रात नहर टूटने से खेतों में 8 फूट तक पानी जमा हो गया. पानी का बहाव इतना तेज था कि खेतों में कटाव होने के साथ-साथ घरों में भी पानी घुस गया.
'घटिया मटेरियल के कारण टूटी नहर'
किसानों और ग्रामीणों ने नहर टूटने के मामने में घटिया मटिरियल का लगाना बताया. किसानों और ग्रामीणों ने सरकार व प्रशासन से उचित मुआवजे की मांग की है. उधर विभाग के कर्मचारियों ने मौके पर पहुंचकर पानी को पीछे से बंद करवाया और नहर की दरार को सही करने का कार्य शुरू कर दिया है.
ग्रामीण प्रीतम सिंह, पवन कुमार, राम सिंह, हुकमचंद और सोनू ने बताया कि 4 नवंबर की सुबह करीब 4 बजे उनको पता चला कि इंदिरा कैनाल टूटने के कारण तेज गति से पानी गांव की ओर आ रहा है. उन्होंने कड़ी मशक्कत के बाद पानी को रोकने का प्रयास भी किया, लेकिन बहाव इतना तेज था कि घरों में भी घुस गया.
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सैंकड़ों एकड़ फसल बर्बाद
ग्रामीणों ने बताया कि इंदिरा कैनाल में कुछ दिन पहले निर्माण कार्य किया गया था. जिस दौरान घटिया मटिरियल लगाने से नहर में दरार आई. पानी से सैंकड़ों किसानों की फसलें बर्बाद हो गई वहीं घरों में भी काफी नुकसान हुआ है. साथ ही नहर टूटने के बाद सिंचाई विभाग के कर्मचारियों ने मौके पर पहुंचकर पीछे से पानी को बंद करवाया और नहर की दरार को पाटने का कार्य शुरू कर दिया है.