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चरखी दादरी: इंदिरा कैनाल में आई दरार, सैंकड़ों एकड़ फसल जलमग्न

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Published : Nov 4, 2019, 7:39 PM IST

चरखी दादरी के गांव बरसाना में इंदिरा कैनाल सुबह 4 बजे टूट गई. नहर के टूटने से सैंकड़ों एकड़ फसल बर्बाद हो गई. साथ ही कई घरों में भी पानी घुस गया.

इंदिरा कैनाल

चरखी दादरी: जिले के गांव बरसाना और अटेला के बीच से निकलने वाली इंदिरा कैनाल में करीब 20 फूट चौड़ी दरार आने से आसपास के क्षेत्रों में सैंकड़ों एकड़ फसल बर्बाद हो गई. देर रात नहर टूटने से खेतों में 8 फूट तक पानी जमा हो गया. पानी का बहाव इतना तेज था कि खेतों में कटाव होने के साथ-साथ घरों में भी पानी घुस गया.

'घटिया मटेरियल के कारण टूटी नहर'
किसानों और ग्रामीणों ने नहर टूटने के मामने में घटिया मटिरियल का लगाना बताया. किसानों और ग्रामीणों ने सरकार व प्रशासन से उचित मुआवजे की मांग की है. उधर विभाग के कर्मचारियों ने मौके पर पहुंचकर पानी को पीछे से बंद करवाया और नहर की दरार को सही करने का कार्य शुरू कर दिया है.

इंदिरा कैनाल में आई दरार, देखें वीडियो

ग्रामीण प्रीतम सिंह, पवन कुमार, राम सिंह, हुकमचंद और सोनू ने बताया कि 4 नवंबर की सुबह करीब 4 बजे उनको पता चला कि इंदिरा कैनाल टूटने के कारण तेज गति से पानी गांव की ओर आ रहा है. उन्होंने कड़ी मशक्कत के बाद पानी को रोकने का प्रयास भी किया, लेकिन बहाव इतना तेज था कि घरों में भी घुस गया.

ये भी पढ़ें- बढ़ते प्रदूषण पर किसानों का आरोप, पराली से पहले चिमनी और फैक्ट्रियों देखें सरकार

सैंकड़ों एकड़ फसल बर्बाद
ग्रामीणों ने बताया कि इंदिरा कैनाल में कुछ दिन पहले निर्माण कार्य किया गया था. जिस दौरान घटिया मटिरियल लगाने से नहर में दरार आई. पानी से सैंकड़ों किसानों की फसलें बर्बाद हो गई वहीं घरों में भी काफी नुकसान हुआ है. साथ ही नहर टूटने के बाद सिंचाई विभाग के कर्मचारियों ने मौके पर पहुंचकर पीछे से पानी को बंद करवाया और नहर की दरार को पाटने का कार्य शुरू कर दिया है.

चरखी दादरी: जिले के गांव बरसाना और अटेला के बीच से निकलने वाली इंदिरा कैनाल में करीब 20 फूट चौड़ी दरार आने से आसपास के क्षेत्रों में सैंकड़ों एकड़ फसल बर्बाद हो गई. देर रात नहर टूटने से खेतों में 8 फूट तक पानी जमा हो गया. पानी का बहाव इतना तेज था कि खेतों में कटाव होने के साथ-साथ घरों में भी पानी घुस गया.

'घटिया मटेरियल के कारण टूटी नहर'
किसानों और ग्रामीणों ने नहर टूटने के मामने में घटिया मटिरियल का लगाना बताया. किसानों और ग्रामीणों ने सरकार व प्रशासन से उचित मुआवजे की मांग की है. उधर विभाग के कर्मचारियों ने मौके पर पहुंचकर पानी को पीछे से बंद करवाया और नहर की दरार को सही करने का कार्य शुरू कर दिया है.

इंदिरा कैनाल में आई दरार, देखें वीडियो

ग्रामीण प्रीतम सिंह, पवन कुमार, राम सिंह, हुकमचंद और सोनू ने बताया कि 4 नवंबर की सुबह करीब 4 बजे उनको पता चला कि इंदिरा कैनाल टूटने के कारण तेज गति से पानी गांव की ओर आ रहा है. उन्होंने कड़ी मशक्कत के बाद पानी को रोकने का प्रयास भी किया, लेकिन बहाव इतना तेज था कि घरों में भी घुस गया.

ये भी पढ़ें- बढ़ते प्रदूषण पर किसानों का आरोप, पराली से पहले चिमनी और फैक्ट्रियों देखें सरकार

सैंकड़ों एकड़ फसल बर्बाद
ग्रामीणों ने बताया कि इंदिरा कैनाल में कुछ दिन पहले निर्माण कार्य किया गया था. जिस दौरान घटिया मटिरियल लगाने से नहर में दरार आई. पानी से सैंकड़ों किसानों की फसलें बर्बाद हो गई वहीं घरों में भी काफी नुकसान हुआ है. साथ ही नहर टूटने के बाद सिंचाई विभाग के कर्मचारियों ने मौके पर पहुंचकर पीछे से पानी को बंद करवाया और नहर की दरार को पाटने का कार्य शुरू कर दिया है.

Intro:इंदिरा कैनाल में आई कई फूट दरार, सैंकड़ों एकड़ फसल जलमग्न
: नहर टूटने से घरों में घुसा पानी, मुआवजा की मांग
: ग्रामीण व किसानों ने लगाया घटिया मैटिरियल लगाने का आरोप
: टूटी नहर को पाटने का कार्य शुरू
चरखी दादरी। जिले के गांव बरसाना व अटेला के बीच से निकलने वाली इंदिरा कैनाल में करीब 20 फूट चौड़ी दरार आने से आसपास के क्षेत्रों में सैंकड़ों एकड़ फसल बर्बाद हो गई। देर रात नहर टूटने से खेतों में 8 फूट तक पानी जमा हो गया। पानी का बहाल इतना तेज था कि खेतों में कटाव होने के साथ-साथ घरों में भी पानी घुस गया। किसानों व ग्रामीणों ने नहर टूटने के मामने में घटिया मैटिरियल लगाना बताया। वहीं उन्होंने सरकार व प्रशासन से उचित मुआवजा की मांग की है। उधर विभाग के कर्मचारियों ने मौके पर पहुंचकर पानी को पीछे से बंद करवाया और नहर की दरार को पाटने का कार्य शुरू कर दिया है।Body:दक्षिण हरियाणा में नहरी पानी के लिए बनाई गई इंदिरा कैनाल में गांव अटेला व बरसाना के बीच बड़ी दरार आने के कारण सैंकड़ों एकड़ सरसों, कपाल व अन्य फसलें बर्बाद हो गई। कैनाल टूटने के बाद पानी का बहाव इतना तेज था कि आसपास के क्षेत्रों में बड़े-बड़े कटाव हो गए और घरों में पानी घुस गया। खेतों में भी करीब 8 फूट तक पानी जमा हो गया। ग्रामीण प्रीतम सिंह, पवन कुमार, राम सिंह, हुकमचंद व सोनू इत्यादि ने बताया कि अल सुबह करीब 4 बजे उनको पता चला कि इंदिरा कैनाल टूटने के कारण तेज गति से पानी गांव की ओर आ रहा है। उन्होंने कड़ी मशक्कत के बाद पानी को रोकने का प्रयास भी किया। लेकिन बहाव इतना तेज था कि घरों में भी घुस गया। ग्रामीणों ने बताया कि इंदिरा कैनाल में कुछ दिन पूर्व निर्माण कार्य किया गया था। जिस दौरान घटिया मैटिरियल लगाने से नहर में दरार आई। पानी से सैंकड़ों किसानों की फसलें बर्बाद हो गई वहीं घरों में भी काफी नुकसान हुआ है। वहीं नहर टूटने के बाद सिंचाई विभाग के कर्मचारियों ने मौके पर पहुंचकर पीछे से पानी को बंद करवाया और नहर की दरार को पाटने का कार्य शुरू कर दिया है।
विजवल:- 1
टूटी नहर, पाटने का कार्य करते कर्मचारी, खेतों में जमा पानी व घरों में घुसे पानी को निकालते ग्रामीण और नहर टूटने के बाद के हालातों के कट शाटस
बाईट:- 2
कृष्ण कुमार, ग्रामीण
बाईट:- 3
पवन, किसान
बाईट:- 4
प्रीतम, ग्रामीणConclusion:
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