चरखी दादरी: गुरुवार को चरखी दादरी नगर परिषद की हाउस मीटिंग आयोजित हुई. जहां आधा दर्जन से अधिक नगर पार्षदों ने मीटिंग का बहिष्कार कर चेयरमैन पर विकास कार्य नहीं करने के आरोप लगाए. वहीं चेयरमैन ने मीटिंग का बहिष्कार करने वाले पार्षदों पर विकास में रोड़ा बनने का आरोप लगाते हुए डंके की चोट पर विकास करवाने का दावा किया. हालांकि इस दौरान कई प्रस्ताव भी पारित किए गए.
बता दें कि, फरवरी माह में शहर के नगर पार्षदों द्वारा चेयरमैन के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाने के बारे में डीसी को पत्र सौंपे थे. जिसको लेकर चेयरमैन संजय छपारिया ने हाईकोर्ट से स्टे ले लिया था. एक अक्तूबर को चेयरमैन द्वारा स्टे विड्रा कर लिया गया. स्टे विड्रा करने के बाद जहां शहर के एक दर्जन पार्षद चेयरमैन को हटाने के लिए लामबंद हुए. वहीं हाउस मीटिंग भी बुलाई गई.
नगर पार्षद विरेंद्र सांगवान ने बताया कि हाईकोर्ट से स्टे विड्रा होने के बाद हाउस मीटिंग गलत तरीके से अधिकारियों की मिलीभगत से बुलाई गई. इसलिए एक दर्जन पार्षदों ने मीटिंग का बहिष्कार किया है. नपा चेयरमैन की विकास कार्यों में कोई रूचि नहीं है. वो अपने स्वार्थ के लिए कार्य करते हैं. अब आगामी रणनीति बनाकर अविश्वास प्रस्ताव लाया जाएगा.
वहीं नपा चेयरमैन संजय छपारिया ने बताया कि कुछ राजनीतिक लोग विकास में रोड़ा बने हुए हैं. डंके की चोट पर दादरी शहर का विकास करवाया जाएगा. अगर कुछ पार्षदों को चेयरमैन बनना है तो वे अविश्वास प्रस्ताव लाएं. ताकि उनको भी उनकी हैसियत का पता चल सके.
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