चंडीगढ़: कृषि कानून के खिलाफ करीब दो महीने से किसान दिल्ली से लगती सीमाओं पर डटे हैं. अभी तक सरकार और किसानों के बीच 12 दौर की बातचीत हो चुकी है, लेकिन अभी तक कोई समाधान नहीं निकला है. लग रहा है कि ना तो सरकार पीछे हटने के मूड में है और ना ही किसान.
इस बीच किसानों ने 26 जनवरी को ट्रैक्टर परेड की तैयारी तेज कर दी है. सिर्फ पुरूष ही नहीं बल्कि महिलाएं भी ट्रैक्टर रैली के लिए घर-घर जाकर लोगों से आंदोलन में शामिल होने का न्योता दे रही हैं.
सुनीता नाम की महिला किसान ने कहा कि हम सभी महिलाएं गांव में इकट्ठी होकर अनाउंसमेंट कर रही हैं कि 26 जनवरी की परेड में सभी लोग हिस्सा लें. हम तबतक दिल्ली की सीमाओं पर डटे रहेंगे जबतक सरकार हमारी मांगें नहीं माने लेती. पुरुष अपना काम कर रहे हैं और महिला अपना काम कर रही हैं. हम सभी इकट्ठा होकर वहां पर जाएंगे और सफल होकर आएंगे.
कुरुक्षेत्र जिले के भेंसी माजरा गांव की महिलाएं ट्रैक्टर चलाकर लोगों को ट्रैक्टर रैली के लिए न्योता दे रही हैं. जय जवान, जय किसान, किसान एकता जिंदाबाद के नारे लगाती इन महिलाओं की मांग है कि सरकार तीनों कानूनों को वापस ले. धरान स्थल पर पहुंची महिलाओं ने कहा कि जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं होती. तब तक आंदोलन जारी रहेगा.
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किसान आंदोलन में पहुंची शन्नो देवी नाम की महिला किसान ने ईटीवी भारत हरियाणा के साथ बातचीत में कहा कि
सरकार जो ये काले कानून लाई है. इनकी सबसे ज्यादा मार गरीब परिवार किसानों पर पड़ी है. जब हमारी जमीन ही नहीं बचेगी, तो क्या बचेगा? हम सरकार से मांग करते हैं कि इनती कड़ाके की सर्दी में किसान बैठे हैं. हमारे भाई शहीद हो रहे हैं. सरकार को हमारी सुध लेनी चाहिए. किसानों की हक की जो बात है उसे सरकार लागू करे और किसानी बचाए.
किसानों का कहना है कि ट्रैक्टर परेड के दौरान जो भी खर्च होगा. उसे गांव के लोग मिलकर वहन करेंगे. इसके लिए गांव के मौजिज लोगों ने मिलकर चंदा लेना भी शुरू कर दिया है. गांव के मंदिर में लगे लाउड स्पीकर के जरिए भी लोगों से परेड में हिस्सा लेने का अपील की जा रही है. ट्रैक्टर परेड में हिस्सा लेने के लिए महिलाएं ट्रैक्टर चलाने की ट्रेनिंग भी ले रही हैं.
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ट्रैक्टर चलाने की ट्रेनिंग ले रही महिला किसान ने कहा कि
हम ट्रैक्टर चलाने की ट्रेनिंग ले रही हैं. हम 26 जनवरी को ट्रैक्टर ट्रॉली लेकर दिल्ली पहुचेंगे. हम परेड करेंगे इसके लिए हम ट्रेनिंग ले रही हैं. अगर सरकार नहीं मानी तो 26 जनवरी को दिल्ली में ट्रैक्टर टॉली के साथ परेड करेंगे.
किसान यूनियन ने दावा किया है कि हरियाणा से करीब एक लाख ट्रैक्टर परेड में शामिल होंगे. पहले आंदोलन स्थलों पर किसान पहुंचेंगे. इसके बाद संयुक्त मोर्चा रोड मैप जारी करेगा, जो किसान दिल्ली नहीं पहुंच पाएंगे वो अपने जिला और ब्लॉक स्तर पर भी मार्च निकालेंगे. शांतिपूर्वक तरीके से ट्रैक्टर चलेंगे और किसानों के हालात की झांकियां भी दिखाई जाएंगी.