चंडीगढ़: उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ की मिमिक्री करने के मामले ने देश की राजनीति में बवाल मचा दिया है. बीजेपी नेता इस मामले में कांग्रेस सांसद राहुल गांधी और वहां मौजूद राज्यसभा सांसद दीपेंद्र हुड्डा पर निशाना साध रहे हैं.
बीजेपी राष्ट्रीय सचिव ओम प्रकाश धनखड़ ने कहा कि जिस तरीके का ये कृत्य हुआ है, इससे पूरा देश आहत है. उन्होंने कहा कि वो इस मामले में शामिल सभी सांसदों से देश से माफी मांगने की अपील कर रहे हैं. इस मुद्दे पर सारे समाज में रोज है. किसानों में रोष है. जाट समाज में रोष है. देश के सारे समाज में इसको लेकर रोष है. उन्होंने हरियाणा कांग्रेस के तमाम नेताओं को इस मामले में अपनी स्थिति स्पष्ट करने को भी कहा.
बीजेपी के वरिष्ठ नेता और पूर्व शिक्षा मंत्री रामबिलास शर्मा ने कहा कि ये सिर्फ जाट समाज का ही अपमान नहीं, बल्कि देश के संवैधानिक पद का अपमान है. उन्होंने टीएमसी सांसद के की मिमिक्री करने पर कड़ी निंदा की. वहां मौजूद कांग्रेस पार्टी के नेता राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए कहा कि उनका ये व्यवहार उनका डीएनए बताता है.
जेजेपी के निशाने पर कांग्रेस: जननायक जनता पार्टी के प्रधान महासचिव दिग्विजय चौटाला ने उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ के अपमान पर कड़ी आपत्ति जताई. उन्होंने कांग्रेस की कड़ी निंदा करते हुए कहा कि विपक्षी सांसद द्वारा किसान वर्ग से जुड़े उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ की नकल करना और कांग्रेस नेता राहुल गांधी द्वारा नकल की वीडियो बनाना और राज्यसभा सांसद दीपेंद्र हुड्डा द्वारा तालियां बजाकर इस पूरे घटनाक्रम को प्रोत्साहित करना.
इस घटना ने हरियाणा और देश को शर्मसार किया है. दिग्विजय ने कहा कि कांग्रेस पार्टी के नेता राहुल गांधी और दीपेंद्र हुड्डा को इस शर्मनाक हरकत के लिए उपराष्ट्रपति, पूरे देश और किसान कौम से माफी मांगनी चाहिए. दिग्विजय चौटाला ने कहा कि कांग्रेस 70 सालों के शासनकाल में किसान वर्ग से जुड़े व्यक्ति को इतने बड़े पद पर नहीं बैठा पाई, जब कोई गरीब-किसान, कमेरे वर्ग से इतने बड़े पद पर पहुंच जाता है, तो उसका मजाक उड़ाने में कसर नहीं छोड़ते.
दिग्विजय ने कहा कि संसद परिसर में देश के उपराष्ट्रपति की नकल करके भद्दा मजाक किया गया है और इसके लिए कांग्रेस को माफी मांगनी चाहिए.
क्या कांग्रेस मानती है इसको अपमान करने वाला कृत्य? हरियाणा कांग्रेस अध्यक्ष उदयभान ने कहा कि क्या अपमान हुआ है, जो जैसा है वैसा ही बताया. टीएमसी के सांसद ने वही बताया जैसा उनके अंदर बिहेव है, वैसा ही बाहर बताया. इसमें क्या बात हो गई.
हरियाणा में जाटों की सियासत को लेकर बात की जाए, तो माना जाता है कि जाट समाज बीजेपी के पक्ष में नहीं है. बीजेपी पर ये बात हमेशा कही जाती है कि वो गैर जाट राजनीति करती है. हालांकि हरियाणा में 17 फीसदी से अधिक जाट वोटर हैं. इस वोट बैंक को मौजूदा दौर में कांग्रेस के साथ माना जाता है. अब जिस तरीके से बीजेपी उप राष्ट्रपति जगदीप धनखड़ के मामले में एग्रेसिव दिखाई दे रही है. उसे देखते हुए लग रहा है कि बीजेपी इस वोट बैंक में भी सेंध लगा सकती है.
क्या कहते हैं राजनीतिक मामलों के जानकार? इस मामले में राजनीतिक मामलों के जानकार धीरेंद्र अवस्थी ने कहा कि बीजेपी इस मामले में जाट वोट बैंक से ज्यादा इस पूरे मुद्दे को डाइवर्ट करने की कोशिश कर रही है. संसद से 142 सांसदों को निष्कासित किया गया. बीजेपी इस से ध्यान भटकाना चाहती है. उन्होंने कहा कि भले ही ये उपराष्ट्रपति का अपमान हो, लेकिन जाट समाज पर ज्यादा असर नहीं पड़ेगा. जैसे जब कुश्ती खिलाड़ी जंतर मंतर पर प्रदर्शन कर रहे थे. तब जाट समाज कहां था और जब किसान आंदोलन चल रहा था, तो उसे वक्त जाट समाज कहां था. उन्होंने कहा कि उन्हें नहीं लगता कि इससे जाट वोट बैंक या उसकी सियासत पर कोई बड़ा असर पड़ेगा.
राजनीतिक मामलों के जानकार और वरिष्ठ पत्रकार राजेश मोदगिल ने कहा कि ये संवैधानिक पद का अपमान है. जिस तरीके से टीएमसी सांसद ने मिमिक्री की वो सही नहीं है. जहां तक जाट वोट बैंक पर असर की बात है, तो उप राष्ट्रपति किसान भी हैं और जाट भी, दूसरा जिस तरीके से सांसदों ने उनका उपहास किया. उसका लोगों पर असर तो पड़ता है. हालांकि इस प्रकरण से बीजेपी जाट वोट बैंक में कितना सेंध लगाने में कामयाब होती है. ये तो चुनावी नतीजों के आंकड़े ही बताएंगे, लेकिन बीजेपी इसे किसान और जाट विरोधी मानसिकता के तौर पर जरूर भुनाएगी.