चंडीगढ़: चंडीगढ़ की अंकिता पुवार ने अपने चौथे प्रयास में यूपीएससी सिविल सेवा 2022 की परीक्षा में देश में 28वीं रैंक हासिल करते हुए शहर का नाम रोशन किया है. अंकिता ने अपनी स्कूली शिक्षा चंडीगढ़ सेक्टर 19 के गवर्नमेंट मॉडल सीनियर सेकेंडरी स्कूल से की है. उन्होंने 2013 में सीबीएसई 12वीं कक्षा में 97.6 प्रतिशत अंकों के साथ चंडीगढ़ में टॉप किया था.
चंडीगढ़ की अंकिता पुवार ने इसके बाद आईआईटी रुड़की में दाखिला लिया था. वे पढ़ाई के दौरान भी यूपीएससी की तैयारी के बारे में सोचती रहती थीं. उन्होंने दो साल तक बेंगलुरु में एक फर्म में काम किया. इसके बाद सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी करने के लिए अक्टूबर 2019 में अंकिता ने नौकरी छोड़ दी. उसने यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा 2020 में 321वीं रैंक हासिल की थी.
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दिल्ली में फिलहाल वह दिल्ली, अंडमान और निकोबार, लक्षद्वीप, दादरा और नगर हवेली एवं दमन और दीव (सिविल) सेवा (DANICS) अधिकारी के रूप में प्रशिक्षण ले रही हैं. इलेक्ट्रिकल इंजीनियर अंकिता पुवार ने कहा कि बेंगलुरु में प्रीलिम्स पेपर के लिए उन्होंने कोचिंग ली थी. वहीं मेन्स के लिए उन्होंने सेल्फ स्टडी पर भरोसा किया. अंकिता ने बताया कि परिजनों ने ही उसे हमेशा आगे बढ़ने के लिए प्रोत्साहित किया है. उन्होंने अपने माता-पिता से मिली प्रेरणा से ही यह मुकाम हासिल किया है.
उनके पिता भूप सिंह पवार हाल ही में हरियाणा सरकार के विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग से एक वैज्ञानिक इंजीनियर के रूप में सेवानिवृत्त हुए हैं. वहीं उनकी मां कमलेश पवार एक गृहिणी हैं. अंकिता की बड़ी बहन भारतीय स्टेट बैंक में प्रबंधक के रूप में काम करती हैं. जबकि उनका छोटा भाई, आईआईटी कानपुर से ग्रेजुएशन कर रहे हैं और वर्तमान में बेंगलुरु के एक निजी संस्थान में सॉफ्टवेयर इंजीनियर के रूप में करते हैं. अंकिता ने बताया कि उनका परिवार किसानों और सैनिकों के परिवार से ताल्लुक रखने वाला है. वे मूलत हरियाणा के जींद जिले के गोसाईं खेड़ा गांव की हैं.