चंडीगढ़: हरियाणा रोडवेज बसों का बेड़ा घटता जा रहा है, बसें कंडम हो रही हैं. वहीं अब जल्द ही 400 डीएस-6 बसों की खरीद की जाएगी. इसके बाद और 400 बसें खरीदी जाएंगी और रोडवेज के बेड़े में 800 बसें आएंगी जिससे धीरे-धीरे रोडवेज का बेड़ा बढ़ेगा. हरियाणा के परिवहन मंत्री मूलचंद शर्मा ने गुरुवार को चंडीगढ़ में ये बात कही.
मूलचंद शर्मा ने कहा कि रोडवेज को पहले कोरोना और फिर किसान आंदोलन के चलते काफी नुकसान उठाना पड़ा, लेकिन आने वाले दिनों में पूरी बसें चलेंगी ऐसी संभावना है. हरियाणा में हर माह 90 करोड़ रुपये रोडवेज के कर्मचारियों के वेतन और अन्य खर्चों में जाता है जबकि 4 से 5 महीने बसें नहीं चल पाई.
परिवहन मंत्री ने कहा कि रोडवेज को जो घाटा इन चार से छह महीनों में हुआ इतना घाटा कभी रोडवेज को नहीं झेलना पड़ा. पहले कोरोना के चलते बस सेवा ठप रही और उसके बाद किसानों के आंदोलन के चलते भी काफी समय तक रोडवेज को नुकसान उठाना पड़ा है.
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उन्होंने कहा कि जो घाटा रोडवेज को उठाना पड़ा है सरकार उसे पूरा कर सकती है, सरकार के लिए मुश्किल नहीं है. उन्होंने कहा रोडवेज विभाग नो प्रॉफिट नो लॉस का महकमा है जिसमें बहुत ज्यादा फायदा नहीं होता.
परिवहन मंत्री ने अभय चौटाला की तरफ से दिए गए इस्तीफे पर कहा कि अभय चौटाला की तरफ से पहले ही घोषणा की गई थी जो उन्होंने कर दिया. जैसे ही अभय चौटाला ने इस्तीफा दिया तुरंत विधानसभा स्पीकर ने उसे स्वीकार भी कर लिया. उन्होंने कहा कि अभय चौटाला का एक विचार है, उनकी सोच रही होगी उनका अधिकार है.
रामपाल माजरा की तरफ से बीजेपी को अलविदा कहने के सवाल पर मूलचंद शर्मा ने कहा कि पार्टियों में आवागमन लगा रहता है. किसी को यहां ठीक नहीं लगा तो किसी को वहां, जिसका जहां मन करता है वो वहीं जाता है.
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