चंडीगढ़: हरियाणा में लगातार तीन दिनों से कोरोना मरीजों की संख्या दस हजार के आंकड़े को पार कर रही है. दूसरी तरफ मेडिकल फैसिलिटी की बात की जाए तो आने वाले समय में नाकाम साबित होने वाली है. इतनी तेजी से बढ़ते संक्रमण में ये सुविधाएं प्रयाप्त नहीं है.
सात जिलों में स्थिति गंभीर
हरियाणा के सात जिले गुरुग्राम, फरीदाबाद, पानीपत, हिसार, सोनीपत, करनाल झज्जर और कुरुक्षेत्र में हालात बद से बद्तर हो चुके हैं. हरियाणा के वरिष्ठ आईएएस अधिकारी पीके दास ने कहा कि इन जिलों में दूसरे की जिलों की तुलना में स्थिति बेहतर नहीं है, लेकिन इन जिलों में दूसरे जिलों से ज्यादा फैसिलिटी है और साथ ही मेडिकल फैसिलिटी बढ़ाने की भी कार्रवाई इन जिलों में की जा रही है.
'वेबसाइट पर दी जा रही बेड्स की जानकारी'
हरियाणा के वरिष्ठ आईएएस अधिकारी पीके दास के अनुसार अगर इसी तरीके से संक्रमण बढ़ता रहा तो आने वाले समय में ऑक्सीजन की कमी और ऑक्सीजन बेड्स की कमी से जूझना पड़ सकता है, इसको लेकर इंतजाम किए जा रहे है. बता दें कि हरियाणा सरकार ने प्रदेश में मौजूदा बेड्स की स्तिथी को लेकर वरिष्ठ आईएएस अधिकारी पीके दास को सौंपी गई है.
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हरियाणा के वरिष्ठ आईएएस अधिकारी पीके दास ने कहा कि लोगों को बेड्स की जानकारी के लिए हेल्थ विभाग की तरफ से वेबसाइट चलाई जा रही है, जिसमें एप्लीकेशन के माध्यम से लोगों को बेड की उपलब्धता के इलावा बेड्स की बुकिंग की जानकारी भी दी जा रही है.
कई जिलों में बनाए जा रहे हैं अस्पताल
अतिरिक्त मुख्य सचिव ने बताया कि जल्द ही भी प्रदेश में एक हजार ऑक्सीजन वाले बेड्स से बनाए जाएंगे, अगले हफ्ते में 1 हजार बेड्स बन जाएंगे, वहीं पानीपत में ऑक्सीजन प्लांट के साथ 500 बेड्स का अस्पताल और हिसार में ऑक्सीजन प्लांट के साथ 500 बेड्स का अस्पताल बनाया जा रहा है. फरीदाबाद में अटल बिहारी मेडिकल कॉलेज में 100 बेड का अस्पताल सेना के वेस्टर्न कमांड द्वारा बनाया जा रहा है.
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'उद्योगों की ऑक्सीजन पर टिकी उम्मीदें'
हरियाणा में फिलहाल 160 मीट्रिक टन ऑक्सीजन की जरूरत है. हमें करीब 160 मीट्रिक टन मिल रही है. आने वाले समय मे केस बढ़ने के साथ जरूरत भी बढ़ेगी, उन्होंने कहा कि हरियाणा में उद्योगों में इस्तेमाल होने वाली सारी ऑक्सीजन मेडिकल इस्तेमाल में लाई जाएंगी.