चंडीगढ़: शहर में कोरोना के मरीज तेजी से बढ़ रहे हैं. हालात ये है कि अस्पतालों में मरीजों को बेड नहीं मिल रहा. बेड मिल भी जाए तो ऑक्सीजन की किल्लत से हाहाकार मचा है. इसको देखते हुए चंडीगढ़ प्रशासन ने समाजसेवी संस्थाओं से अपील की थी कि वो मुसीबत की घड़ी में सहायता करना चाहते हैं तो उनका स्वागत है.
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ऐसे में तेरा ही मिशन चैरिटेबल सोसायटी जो कि गुरु ग्रंथ साहिब सेवा सोसायटी चंडीगढ़ का हिस्सा है, उन्होंने एक मिसाल कायम करते हुए मात्र 36 घंटों में 55 बेड का अस्पताल बना दिया है. खास बात ये है कि अस्पताल में हर बेड पर ऑक्सीजन की सुविधा उपलब्ध है.
तेरा ही मिशन चैरिटेबल सोसायटी के ट्रस्टी एचएस सब्बरवाल ने बताया कि इस महामारी के दौर में उन्होंने देखा की इंसानियत मर रही है. लोग ऑक्सीजन स्टोर कर रहे हैं. अस्पतालों में बेड की कीमतें बढ़ चुकी हैं, ऑक्सीजन की कीमतें बढ़ रही हैं. ऐसे में इंसान अपनी जेब भरने में लगा हुआ है. ऐसे में क्यों ना एक ऐसा अस्पताल तैयार किया जाए जहां पर मरीजों को प्राथमिक उपचार जोकि करोना की पहली स्टेज पर दिया जाता है. वो बनाया जाए.
कोविड केयर यूनिट में क्या हैं सुविधाएं?
एचएस सभरवाल ने बताया कि कोविड केयर यूनिट में कोविड-19 स्पेशलिस्ट डॉक्टर और नर्सिंग स्टाफ को तैनात किया गया है. तीन स्पेशलाइज्ड डॉक्टर की टीम 24 घंटे मौजूद रहती है. एक रूम में 4 बेड लगाए गए हैं. हर रूम में पेशेंट मॉनिटर लगाए गए हैं. यहां पर रूटीन में इस्तेमाल होने वाली मेडिसिन और कोरोना वायरस बंधित अभी जरूरी दवाई और इक्विपमेंट लगाए गए हैं, साथ ही पेशेंट को हाइजीन डाइट, सूप, फ्रूट और खाने का प्रबंध किया गया है.
प्रशासन ने रखा था सेंटर बनाने का प्रस्ताव
उन्होंने बताया कि प्रशासन ने उनके समक्ष ऐसे सेंटर को बनाने का प्रस्ताव रखा था. जिसमें उन्होंने 50 बेड का कोविड-19 सेन्टर बनाने की बात कही थी. जिसके बाद सोसायटी ने मरीजों के हित में यहां पर रातों-रात हर बेड पर ऑक्सीजन की व्यवस्था भी कर दी गई. ये सभी सुविधाएं मरीजों को निशुल्क मुहैया करवाई जा रही हैं. उन्होंने बताया कि जब से लोगों को इस सेंटर के बारे में पता चल रहा है तो लोग दूर-दूर से यहां पर आ रहे हैं. दिल्ली, पंजाब और हरियाणा से कई लोग यहां पर पहुंच रहे हैं और उन्हें उचित स्वास्थ्य सुविधाएं देने की कोशिश भी की जा रही है.
प्रशासन ने की सोसाइटी की प्रशंसा
इस अस्पताल के लिए एंबुलेंस की भी व्यवस्था की गई है. जिसमें ऑक्सीजन भी उपलब्ध है. इसको कोविड केयर सेंटर में 36 घंटे में बनाने पर प्रशासन ने सोसाइटी के काम की प्रशंसा की और साथ ही एक और सराय में 100 बेड अस्पताल बनाने के लिए कहा. जो अगले 3,4 दिन में बनाया जाएगा. जहां पर कोशिश रहेगी कि वेंटिलेटर भी बनाया जाए. उन्होंने बताया कि लोगो का काफी सहयोग कर रहे हैं.
ये पढ़ें- कोरोना वैक्सीन लगवाने के बाद होते हैं ये लक्षण, घबराएं नहीं, डॉक्टर से जानिए कौन सी दवा खाएं कौन सी ना खाएंप्रशासन का काम चैरिटेबल सोसायटी ने किया
जहां ये काम प्रशासन और सरकारों को करने चाहिए, वो काम संस्थाएं कर रही हैं. जहां एक चैरिटेबल ट्रस्ट ने इस संकट की घड़ी में जब लोगों को बेड नहीं मिल रहे हैं तो वहां पर अस्पताल बनाया. जहां एक और पंजाब यूनिवर्सिटी के इंटरनेशनल हॉस्टल को ऑक्सीजन की सुविधा के साथ सेना के साथ मिलकर हॉस्पिटल बनाने की बात चल रही है, लेकिन उससे पहले यह कोविड केयर सेन्टर तैयार किया गया है. यहां पर मौजूद डॉक्टर ने कहा कि जहां पर सामान्य लक्षण वाले मरीजों को दाखिल किया जा रहा है. हालांकि उनकी डाइट का ख्याल रखा जा रहा है. सुबह से शाम तक उन्हें क्या देना है क्या नहीं वह पेशेंट की हालत को देखकर ही बनाई जा रही है.