ETV Bharat / state

आखिर जेल के खाने से सुशील पहलवान की क्यों नहीं मिट रही भूख, जानें कैसी है डाइट

पहलवान सुशील कुमार की भूख जेल के खाने से नहीं मिट पा रही है, जिसके कारण सागर हत्याकांड के आरोपी सुशील ने ज्यादा खाना देने की मांग की है. ऐसे में ये जानना भी जरूरी है कि आखिर जेल जाने से पहले सुशील की डाइट क्या थी?

sushil wrestler diet mandoli jai
आखिर जेल के खाने से सुशील पहलवान की क्यों नहीं मिट रही भूख, जानें कैसी है डाइट
author img

By

Published : Jun 5, 2021, 6:27 PM IST

Updated : Jun 5, 2021, 6:42 PM IST

चंडीगढ़/नई दिल्ली: पहलवान सागर हत्याकांड (sagar murder case) में जेल में बंद आरोपी सुशील पहलवान (sushil pahlwan) इन दिनों इस बात से काफी परेशान हैं कि जेल में जो खाना उन्हें मिल रहा है, वो नाकाफी है. इस खाने से उनका पेट नहीं भर रहा. नतीजा बेचैनी और कमजोरी रहती है.

गौरतलब है कि पहलवानों की डाइट काफी कठिन होती है, उन्हें शरीर में अंदर से मजबूती चाहिए होती है. एब्स या एथलेटिक बॉडी को नहीं, बल्कि फौलादी और ठोस शरीर को ज्यादा महत्व देते हैं. दुनियाभर में मशहूर गामा पहलवान के बारे में कहा जाता है कि वो 6 किलो चिकन, 10 लीटर दूध और लगभग 100 रोटियां खा सकते थे. अब आप इससे अंदाजा लगा सकते हैं कि पहलवानों को अपने भोजन में कितनी चीजें खानी पड़ती होंगी, जिनसे उनका शरीर मजबूत बने.

पहलवान सुशील डाइट
सुशील पहलवान की डाइट

हत्या के आरोपी जेल में बंद सुशील पहलवान की डाइट भी कम नहीं है. जेल जाने से पहले सुशील की सुबह 4-4.30 पर हो जाती थी. सुबह उठते ही डेली रूटीन के काम करने के बाद कसरत के लिए मैदान या अखाड़े में पहुंचना होता था. अभी एक दशक से अधिक समय से सुशील मॉडल टाउन स्थित छत्रसाल स्टेडियम के पार्किंग वाले हिस्से में बने अखाड़े में ही कसरत करते थे.

ये भी पढ़िए: कैदी की खुराक से नहीं भर रहा सुशील का पेट, ज्यादा खाना देने की मांग

सुबह कसरत शुरू करने से पहले बादाम पीसकर दूध और घी में मिलाकर सुशील पीया करते थे. सुबह 9 बजे चने और फलों का सलाद खाते थे. उसके बाद दोपहर भोजन में रोटी, दाल, दही, पनीर चने, सूप आदि चीजें लेते थे. पहलवानों की डाइट में पौष्टिक खाना शामिल होता है. पौष्टिक खाना इसलिए ताकि वो दिनभर एनर्जेटिक रह सकें. पहलवानों की डाइट पहले तो काउंट नहीं की जाती थी कि कितनी कैलोरी लेना है, लेकिन आज कल डाइट की कैलोरी काउंट करके खाते हैं.

पहलवान सुशील डाइट
जेल में मिलने वाला खाना

ये भी पढ़िए: अपराध की दुनिया में खौफ का दूसरा नाम हैं हरियाणा के ये गैंगस्टर मामा-भांजे

वहीं जेल के भीतर खाने में प्रत्येक कैदी को आठ रोटी, सब्जी, 2 टाइम चाय और चार बिस्किट दिए जाते हैं. गुरुवार और शुक्रवार को सुशील को भी यही खाना दिया गया, लेकिन पहलवान होने के चलते उनकी डाइट इससे काफी ज्यादा और संतुलित है. इसके चलते केवल आठ रोटी से उनका पेट नहीं भर रहा है.

चंडीगढ़/नई दिल्ली: पहलवान सागर हत्याकांड (sagar murder case) में जेल में बंद आरोपी सुशील पहलवान (sushil pahlwan) इन दिनों इस बात से काफी परेशान हैं कि जेल में जो खाना उन्हें मिल रहा है, वो नाकाफी है. इस खाने से उनका पेट नहीं भर रहा. नतीजा बेचैनी और कमजोरी रहती है.

गौरतलब है कि पहलवानों की डाइट काफी कठिन होती है, उन्हें शरीर में अंदर से मजबूती चाहिए होती है. एब्स या एथलेटिक बॉडी को नहीं, बल्कि फौलादी और ठोस शरीर को ज्यादा महत्व देते हैं. दुनियाभर में मशहूर गामा पहलवान के बारे में कहा जाता है कि वो 6 किलो चिकन, 10 लीटर दूध और लगभग 100 रोटियां खा सकते थे. अब आप इससे अंदाजा लगा सकते हैं कि पहलवानों को अपने भोजन में कितनी चीजें खानी पड़ती होंगी, जिनसे उनका शरीर मजबूत बने.

पहलवान सुशील डाइट
सुशील पहलवान की डाइट

हत्या के आरोपी जेल में बंद सुशील पहलवान की डाइट भी कम नहीं है. जेल जाने से पहले सुशील की सुबह 4-4.30 पर हो जाती थी. सुबह उठते ही डेली रूटीन के काम करने के बाद कसरत के लिए मैदान या अखाड़े में पहुंचना होता था. अभी एक दशक से अधिक समय से सुशील मॉडल टाउन स्थित छत्रसाल स्टेडियम के पार्किंग वाले हिस्से में बने अखाड़े में ही कसरत करते थे.

ये भी पढ़िए: कैदी की खुराक से नहीं भर रहा सुशील का पेट, ज्यादा खाना देने की मांग

सुबह कसरत शुरू करने से पहले बादाम पीसकर दूध और घी में मिलाकर सुशील पीया करते थे. सुबह 9 बजे चने और फलों का सलाद खाते थे. उसके बाद दोपहर भोजन में रोटी, दाल, दही, पनीर चने, सूप आदि चीजें लेते थे. पहलवानों की डाइट में पौष्टिक खाना शामिल होता है. पौष्टिक खाना इसलिए ताकि वो दिनभर एनर्जेटिक रह सकें. पहलवानों की डाइट पहले तो काउंट नहीं की जाती थी कि कितनी कैलोरी लेना है, लेकिन आज कल डाइट की कैलोरी काउंट करके खाते हैं.

पहलवान सुशील डाइट
जेल में मिलने वाला खाना

ये भी पढ़िए: अपराध की दुनिया में खौफ का दूसरा नाम हैं हरियाणा के ये गैंगस्टर मामा-भांजे

वहीं जेल के भीतर खाने में प्रत्येक कैदी को आठ रोटी, सब्जी, 2 टाइम चाय और चार बिस्किट दिए जाते हैं. गुरुवार और शुक्रवार को सुशील को भी यही खाना दिया गया, लेकिन पहलवान होने के चलते उनकी डाइट इससे काफी ज्यादा और संतुलित है. इसके चलते केवल आठ रोटी से उनका पेट नहीं भर रहा है.

Last Updated : Jun 5, 2021, 6:42 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.