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किसानों के लिए खुशखबरी: सूरजमुखी की भावांतर भरपाई राशि जारी, खराब फसलों का मुआवजा बढ़ा, पढ़िए बड़े ऐलान

हरियाणा के सूरजमुखी किसानों के लिए खुशखबरी है. सरकार ने भावांतर भरपाई योजना (Sunflower Bhavantar Bharpai Amount) के तहत मिलने वाली राशि जारी कर दी है. मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने चंडीगढ़ में इसकी जानकारी दी. सीएम ने हरियाणा में सूरजमुखी के एमएसपी को लेकर भी जवाब दिया.

Sujmukhi MSP in Haryana
Sunflower Bhavantar Bharpai Amount
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Published : Jun 10, 2023, 3:40 PM IST

Updated : Jun 10, 2023, 4:12 PM IST

चंडीगढ़: मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने सूरजमुखी किसानों के लिए बड़ी राहत का ऐलान किया है. उन्होंने सूरजमुखी फसल की अंतरिम भावांतर भरपाई (Sunflower Bhavantar Bharpai Amount) राशि जारी कर दी है. सरकार ने 1000 रुपये प्रति क्विंटल के हिसाब से ये राशि किसानों को दी है. मुख्यमंत्री ने बताया कि हरियाणा में कुल 8528 किसानों को 36 हजार 414 एकड़ का 29 करोड़ 13 लाख 12 हजार रुपए रिलीज किया गया है. ये पासा सीधे किसानों के खाते में भेज दिया गया है.

सूरजमुखी एमएसपी पर सीएम का बयान- हरियाणा में सूरजमुखी के एमएसपी (Sujmukhi MSP in Haryana) को लेकर किसानों और सरकार के बीच चल रहे विवाद पर प्रतिक्रिया देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि जब हमने एमएसपी पर बाजरा खरीदा, तो पता चला कि दूसरे राज्यों के किसान भी अपनी बाजरा की फसल हमारी मंडियों में बेच रहे हैं. इससे अंतरराज्यीय स्मगलिंग का मुद्दा पैदा हो गया. अब सूरजमुखी की खरीद में भी ऐसी ही संभावना पैदा हो रही है. इसलिए एहतियात के तौर पर हमने अंतरिम भरपाई की घोषणा की है, क्योंकि बाजार की दरों में उतार-चढ़ाव बना रहता है.

ये भी पढ़ें- जानिए सूरजमुखी के दाम पर हरियाणा में क्यों मचा है बवाल, पड़ोसी राज्यों में क्या है रेट

सीएम ने कहा कि पहली बार सूरजमुखी फसल की खरीद हमारी सरकार ने ही शुरू की थी. पिछले 5 वर्षों से सरकार सूरजमुखी की खरीद कर रही है. वर्तमान में, हरियाणा में सूरजमुखी की खरीद 4800 रुपये प्रति क्विंटल पर की जा रही है, जबकि पंजाब में 4000-4200 रुपये में खरीद हो रही है. इसलिए हमें संदेह है कि पंजाब से भी हमारी मंडियों में फसल आ सकती है. मुख्यमंत्री ने किसानों से अपील करते हुए कहा कि कुछ राजनीतिक लोग व किसान संगठन किसान शब्द को लेकर राजनीति कर रहे हैं. इसलिए किसान ऐसे लोगों के बहकावे में न आएं. राजमार्गों को अवरुद्ध करना किसी बात का समाधान नहीं है.

खराब फसल की मुआवजा राशि बढ़ी- सीएम मनोहर लाल ने ये भी कहा कि प्रदेश सरकार ने खराब हुई फसलों की मुआवजा राशि 10 हजार से बढ़ाकर 15 हजार रुपये प्रति एकड़ कर दिया है. अभी तक किसानों को 9 हजार 790 करोड़ की मुआवजा राशि दी जा चुकी है, जिसमें पिछली सरकार का 269 करोड़ रुपए भी शामिल है. इसके अलावा प्रदेश सरकार ने फसल अवशेष प्रबंधन के लिए 1000 रुपये प्रति एकड़ की दर से 103 करोड़ की राशि किसानों को दी है. किसानों के लिए आखिरी टेल तक पानी पहुंचाने का काम सरकार ने किया है.

ये भी पढ़ें- सूरजमुखी खरीद पर बवाल: सरकार और किसानों के बीच हुई बैठक रही बेनतीजा, किसानों ने दी ये चेतावनी

53 हजार सोलर ट्यूबवेल दिये गये- सीएम मनोहर लाल ने बताया कि फसलों की खरीद को सरल बनाने के लिए मेरी फसल मेरा ब्योरा का ई खरीद पोर्टल शुरू किया गया है. सूक्ष्म सिंचाई को बढ़ावा देने के लिए 85 फीसदी तक अनुदान दिया जाता है. किसानों को सोलर ऊर्जा वाले 53 हजार ट्यूबवेल कनेक्शन दिए गए हैं. इसके लिए सरकार ने 960 करोड़ की सब्सिडी भी दी है.

गौरतलब है है कि सूरजमुखी के न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) को लेकर किसान काफी समय से प्रदर्शन कर रहे हैं. 6 जून को किसानों ने एमएसपी की मांग करते हुए कुरुक्षेत्र के शाहबाद में नेशनल हाइवे को जाम कर दिया था. रास्ता खुलवाने के लिए बाद में पुलिस ने किसानों पर लाठीचार्ज किया और वाटर कैनन भी चलाई. किसानों पर लाठीचार्ज के बाद पूरे प्रदेश में किसान संगठनों ने प्रदर्शन किया. इसी मामले में अगली रणनीति बनाने के लिए 12 जून को किसानों की महापंचायत बुलाई गई है.

ये भी पढ़ें- जीटी रोड जाम कर बैठे किसानों पर पुलिस ने चलाई लाठी, वाटर कैनन का भी इस्तेमाल, 30 से ज्यादा लोग हिरासत में

चंडीगढ़: मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने सूरजमुखी किसानों के लिए बड़ी राहत का ऐलान किया है. उन्होंने सूरजमुखी फसल की अंतरिम भावांतर भरपाई (Sunflower Bhavantar Bharpai Amount) राशि जारी कर दी है. सरकार ने 1000 रुपये प्रति क्विंटल के हिसाब से ये राशि किसानों को दी है. मुख्यमंत्री ने बताया कि हरियाणा में कुल 8528 किसानों को 36 हजार 414 एकड़ का 29 करोड़ 13 लाख 12 हजार रुपए रिलीज किया गया है. ये पासा सीधे किसानों के खाते में भेज दिया गया है.

सूरजमुखी एमएसपी पर सीएम का बयान- हरियाणा में सूरजमुखी के एमएसपी (Sujmukhi MSP in Haryana) को लेकर किसानों और सरकार के बीच चल रहे विवाद पर प्रतिक्रिया देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि जब हमने एमएसपी पर बाजरा खरीदा, तो पता चला कि दूसरे राज्यों के किसान भी अपनी बाजरा की फसल हमारी मंडियों में बेच रहे हैं. इससे अंतरराज्यीय स्मगलिंग का मुद्दा पैदा हो गया. अब सूरजमुखी की खरीद में भी ऐसी ही संभावना पैदा हो रही है. इसलिए एहतियात के तौर पर हमने अंतरिम भरपाई की घोषणा की है, क्योंकि बाजार की दरों में उतार-चढ़ाव बना रहता है.

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सीएम ने कहा कि पहली बार सूरजमुखी फसल की खरीद हमारी सरकार ने ही शुरू की थी. पिछले 5 वर्षों से सरकार सूरजमुखी की खरीद कर रही है. वर्तमान में, हरियाणा में सूरजमुखी की खरीद 4800 रुपये प्रति क्विंटल पर की जा रही है, जबकि पंजाब में 4000-4200 रुपये में खरीद हो रही है. इसलिए हमें संदेह है कि पंजाब से भी हमारी मंडियों में फसल आ सकती है. मुख्यमंत्री ने किसानों से अपील करते हुए कहा कि कुछ राजनीतिक लोग व किसान संगठन किसान शब्द को लेकर राजनीति कर रहे हैं. इसलिए किसान ऐसे लोगों के बहकावे में न आएं. राजमार्गों को अवरुद्ध करना किसी बात का समाधान नहीं है.

खराब फसल की मुआवजा राशि बढ़ी- सीएम मनोहर लाल ने ये भी कहा कि प्रदेश सरकार ने खराब हुई फसलों की मुआवजा राशि 10 हजार से बढ़ाकर 15 हजार रुपये प्रति एकड़ कर दिया है. अभी तक किसानों को 9 हजार 790 करोड़ की मुआवजा राशि दी जा चुकी है, जिसमें पिछली सरकार का 269 करोड़ रुपए भी शामिल है. इसके अलावा प्रदेश सरकार ने फसल अवशेष प्रबंधन के लिए 1000 रुपये प्रति एकड़ की दर से 103 करोड़ की राशि किसानों को दी है. किसानों के लिए आखिरी टेल तक पानी पहुंचाने का काम सरकार ने किया है.

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53 हजार सोलर ट्यूबवेल दिये गये- सीएम मनोहर लाल ने बताया कि फसलों की खरीद को सरल बनाने के लिए मेरी फसल मेरा ब्योरा का ई खरीद पोर्टल शुरू किया गया है. सूक्ष्म सिंचाई को बढ़ावा देने के लिए 85 फीसदी तक अनुदान दिया जाता है. किसानों को सोलर ऊर्जा वाले 53 हजार ट्यूबवेल कनेक्शन दिए गए हैं. इसके लिए सरकार ने 960 करोड़ की सब्सिडी भी दी है.

गौरतलब है है कि सूरजमुखी के न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) को लेकर किसान काफी समय से प्रदर्शन कर रहे हैं. 6 जून को किसानों ने एमएसपी की मांग करते हुए कुरुक्षेत्र के शाहबाद में नेशनल हाइवे को जाम कर दिया था. रास्ता खुलवाने के लिए बाद में पुलिस ने किसानों पर लाठीचार्ज किया और वाटर कैनन भी चलाई. किसानों पर लाठीचार्ज के बाद पूरे प्रदेश में किसान संगठनों ने प्रदर्शन किया. इसी मामले में अगली रणनीति बनाने के लिए 12 जून को किसानों की महापंचायत बुलाई गई है.

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Last Updated : Jun 10, 2023, 4:12 PM IST
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