चंडीगढ़: हरियाणा की राजधानी चंडीगढ़ के सरकारी स्कूलों में स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट (Smart City Project in Chandigarh) के तहत पहले से ही काम किया जा रहा है. इस प्रोजेक्ट के तहत बच्चों की हाजिरी फेस रिकॉग्निशन के साथ की जाएगी, जिसे बायोमैट्रिक हाजिरी कहा जाता है. इससे पहले इस तरह की हाजिरी सिर्फ अध्यापकों की ही की जाती थी. लेकिन अब छात्र भी इस बायोमैट्रिक हाजिरी का इस्तेमाल कर रहे हैं. फेस रिकॉग्निशन मशीन को कक्षाओं के बाहर लगाया गया है. छात्र पहले अपनी हाजिरी इस मशीन में लगा रहे हैं उसके बाद क्लास में प्रवेश करते हैं.
चंडीगढ़ के स्कूलों में बायोमैट्रिक मशीन (Biometric Machine in Chandigarh Schools) के जरिए शिक्षक छात्रों पर आसानी से निगरानी रख पाते हैं, वहीं दूसरी ओर शिक्षकों का समय भी बच जाता है. इस समय चंडीगढ़ के चार स्कूलों में ही फेस रिकॉग्निशेन मशीन को लगाया गया है. जिनमें चंडीगढ़ सेक्टर-22 ए का सीनियर सेकेंडरी मॉडल स्कूल, सेक्टर 35 का सीनियर सेकेंडरी मॉडल स्कूल, गवर्नमेंट हाई स्कूल और सेक्टर 43 का हाईस्कूल शामिल है. इन स्कूलों की 90 कक्षाओं में पढ़ने वाले छात्राओं को स्मार्ट शिक्षा का लाभ मिलेगा.
सेक्टर 35 डी के सरकारी मॉडल सीनियर सेकेंडरी स्कूल के प्रिंसिपल देवेंद्र सिंह ने बताया की पिछले दो महीने से इन मशीनों को ट्रायल के तौर पर लगाया गया है, क्योंकि स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत हमारे स्कूल से 20 कक्षाओं की जानकारी मांगी गई थी. पूरे स्कूल में 15 फेस रिकॉग्निशन मशीनें लगाई गई हैं. अभी यह ट्रायल के तहत चल रही हैं. इसकी मॉनिटरिंग स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट की टीम द्वारा ही किया जाता है.
इन मशीनों पर निगरानी रखने के लिए एक टेक्निकल स्टाफ को भी रखा गया है. इस समय स्कूल में 2400 बच्चे पढ़ रहे हैं. जिनकी बायोमैट्रिक हाजिरी लग रही है. स्कूलों में स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत बनाई गई क्लासरूम में, कंप्यूटर लैब, इंटेलिजेंट लाइटिंग सिस्टम, पब्लिक एड्रेस सिस्टम, डिजिटल नोटिस बोर्ड, फायर अलर्ट सिस्टम, पढ़ने के लिए टैबलेट, सर्विलांस सिस्टम, विजिटर मैनेजमेंट सिस्टम, स्मार्ट प्रयोगशालाएं, डिजिटल मैप के लिए टच स्क्रीन बोर्ड, कक्षाओं के अंदर स्मार्ट सीसीटीवी कैमरा, स्कूल मैनेजमेंट सिस्टम इत्यादि सुविधाएं विद्यार्थियों को मुहैया करवाई गई हैं.