ETV Bharat / state

सिंघु बॉर्डर खोलने का मामला: किसानों से नहीं बनी बात तो हरियाणा सरकार ने खोजे 'वैकल्पिक रास्ते' - सिंघु बॉर्डर बंद किसान प्रदर्शन

Singhu Border Open Issue: सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद हरियाणा सरकार ने कई बार सिंघु बॉर्डर खुलवाने के लिए किसानों से बातचीत की कोशिश की. सरकार ने हाई पावर कमेटी गठित भी की, लेकिन तब भी किसान नहीं माने, तो सरकार ने अब वैकल्पिक रास्तों पर काम करना शुरू कर दिया है.

singhu-border-open-issue-haryana-government
किसानों से नहीं बनी बात तो हरियाणा सरकार ने खोजे 'वैकल्पिक रास्ते'
author img

By

Published : Sep 23, 2021, 4:37 PM IST

Updated : Sep 23, 2021, 6:15 PM IST

चंडीगढ़: सिंघु बार्डर पर रास्ता खुलवाने के मामले में किसानों से बातचीत की उम्मीद नहीं होने पर हरियाणा सरकार ने पूरे मसले का एक वैकल्पिक रास्ता खोज निकाला है. हरियाणा के गृह एवं शहरी स्थानीय निकाय मंत्री अनिल विज ने हरियाणा से दिल्ली जाने के लिए सिंघु बॉर्डर के अलावा वैकल्पिक रास्तों को तुरंत प्रभाव से मरम्मत कर चालू करने के आदेश दिए हैं, ताकि दिल्ली जाने वाले लोगों को कोई दिक्कत ना हो.

गृह मंत्री ने बताया कि किसानों से बातचीत के लिए गठित की गई राज्य स्तर की कमेटी ने सोनीपत में किसानों की गैर मौजूदगी में सोनीपत की विभिन्न संस्थाओं और स्थानीय संगठनों के पदाधिकारियों ने मुलाकात की थी. इस दौरान संस्थाओं ने दिल्ली जाने वाले वैकल्पिक रास्तों को ठीक करवाने के लिए कमेटी के सामने अपनी बात रखी थी, जिस पर संज्ञान लेते हुए आज ऐसे सभी वैकल्पिक रास्तों को ठीक करवाने के निर्देश संबंधित एजेंसियों के अधिकारियों को दिए गए हैं.

ये पढ़ें- सिंघु बॉर्डर खोलने के लिए होने वाली मीटिंग में नहीं जाएंगे किसान नेता, ये है बड़ी वजह

गृह मंत्री ने सोनीपत से दिल्ली जाने वाले वैकल्पिक रास्ते, जो एचएसआईआईडीसी (हरियाणा स्टेट इंडस्ट्रियल एंड इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट कॉर्पोरेशन) के अंतर्गत आते हैं, उन्हें जल्द से जल्द से ठीक करवाने, कुंडली-मानेसर-पलवल एक्सप्रेस-वे पर पब्लिक शौचालय की व्यवस्था करवाने और सड़कों पर लाइट चालू करने के संबंध में अधिकारियों को निर्देश दिए हैं.

हरियाणा की ओर से दिल्ली जाने वाले वैकल्पिक रास्तों के संबंध में जानकारी देते हुए गृह मंत्री ने बताया कि सेरसा खटकर-बेहरा बाकीपुर से मनोली तक की 8 किलोमीटर सड़क, जीटी रोड़ से जांटी कलां-जाटी खुर्द तक की 5.5 किलोमीटर सड़क, नाथूपुर से सवोली तक की 4.6 किलोमीटर सड़क, जीडी रोड़ से नांगल कलां-पीयू मनीयारी से नरेला बार्डर तक की 4 किलोमीटर सड़क, लामपुर बार्डर से नाहरा-नहरी रोड़ तक की 12.69 किलोमीटर सड़क और बिस्मामील से जठेड़ी रोड़ तक की 11.75 किलोमीटर सड़क को पीडब्ल्यूडी द्वारा ठीक करवाया जाएगा.

ये पढ़ें- सिंघु बॉर्डर खोलने का मामला: हाई पावर कमेटी की बैठक में नहीं पहुंचे किसान, उद्योगपतियों के साथ चर्चा जारी

इसी तरह, सोनीपत-राठधाना-अकबरपुर बरोटा से सैफियाबाद (दिल्ली बार्डर तक) तक और कुंडली क्षेत्र की अंदर की सड़क को एचएसआईआईडीसी द्वारा ठीक करवाया जाएगा. इसी प्रकार, झज्जर जिला की सडक़ों के संबंध में बताया कि बहादुरगढ़ से झारोदा बार्डर (दिल्ली) की 3 किलोमीटर की सड़क, बहादुरगढ से निजामपुर (दिल्ली ) की 3.5 किलोमीटर की सड़क की मरम्मत होगी.

वहीं बहादुरगढ से निजामपुर (दिल्ली ) बाया बमनोली की 4 किलोमीटर की सड़क पीडब्ल्यूडी द्वारा तथा बहादुरगढ़ से झाडौदा (दिल्ली ) बाया सिदीपुर की 6 किलोमीटर की सड़क एचएसएएमबी, रेडक्त्रास रोड नियरा पीपीएमआईई से पीवीसी मार्किट दिल्ली (टिकरी) की 2 किलोमीटर की सड़क एमसी बहादुरगढ़, सैनिक स्कूल से बाईपास से दिल्ली तक की 2 किलोमीटर की सड़क एमसी बहादुरगढ़ बनाई जाएगी.

ये भी पढ़ें- सिंघु बॉर्डर खुलवाने का मामला: किसानों को बातचीत का न्योता, लिस्ट में नहीं राकेश टिकैत का नाम

बहादुरगढ़ से नजफगढ़ (दिल्ली) वाया गांव ईशरहेडी की 7 किलोमीटर की सड़क पीडब्ल्यूडी, बहादुरगढ़ से निजामपुर सड़क वाया छोटूराम नगर (एमआईई रेलवे क्त्रांसिंग) की 2 किलोमीटर की सड़क एमसी बहादुरगढ़, और सेक्टर-9 मोड से मामा चैक बहादुरगढ़ की 0.7 किलोमीटर की सड़क, सेक्टर-9 मोड़ से झाडौदा फ्लाईओवर बाईपास की 3 किलोमीटर की सड़क, झाडौदा फलाईओवर बाईपास से बलौर चैक बाईपास की 3 किलोमीटर की सड़क एनएचएआई द्वारा ठीक करवाई जाएगी.

ऐसे ही, बादली-झज्जर से दिल्ली जाने के लिए बादली से ढांसा (दिल्ली) वाया ढांसा बार्डर की 2 किलोमीटर की सड़क, गांव गुबाना से बकरगढ़(दिल्ली) की 2 किलोमीटर की सड़क, गांव देवरखाना से गांव ढांसा की 2 किलोमीटर की सड़क और गांव बादली से ढांसा रोड़ नजदीक टीआरएच स्कूल से ईशापुर (दिल्ली ) की 3 किलोमीटर की सड़क को पीडब्ल्यूडी विभाग द्वारा ठीक करवाया जाएगा.

ये पढ़ें- सिंघु बॉर्डर खोलने का मामला: हाईपावर कमेटी ने किसानों की गैरमौजूदगी में की उद्योगपतियों के साथ बैठक

बता दें कि, इससे पहले सुप्रीम कोर्ट ने हरियाणा सरकार को रास्ता खुलवाने के लिए किसानों से बातचीत कर समाधान निकालने के आदेश दिए थे. 9 महीने से ज्यादा का समय बीत चुका है. कृषि कानूनों को रद्द करवाने की मांग को लेकर किसान सिंधु और टिकरी बॉर्डर पर धरना दे रहे हैं. किसानों ने बॉर्डर पर दोनों तरफ का रास्ता बंद किया हुआ है. मोनिका अग्रवाल की जनहित याचिका (सिविल) नंबर-249/2021 पर सुनवाई करते हुए सुप्रीम कोर्ट ने आदेश दिए हैं कि कुंडली-सिंघू बॉर्डर पर धरनारत किसानों से एक तरफ मार्ग छुड़वाया जाए. जिसके बाद प्रशासन से किसान प्रतिनिधियों ने कहा कि वो इस बात पर सकारात्मक विचार करेंगे.

चंडीगढ़: सिंघु बार्डर पर रास्ता खुलवाने के मामले में किसानों से बातचीत की उम्मीद नहीं होने पर हरियाणा सरकार ने पूरे मसले का एक वैकल्पिक रास्ता खोज निकाला है. हरियाणा के गृह एवं शहरी स्थानीय निकाय मंत्री अनिल विज ने हरियाणा से दिल्ली जाने के लिए सिंघु बॉर्डर के अलावा वैकल्पिक रास्तों को तुरंत प्रभाव से मरम्मत कर चालू करने के आदेश दिए हैं, ताकि दिल्ली जाने वाले लोगों को कोई दिक्कत ना हो.

गृह मंत्री ने बताया कि किसानों से बातचीत के लिए गठित की गई राज्य स्तर की कमेटी ने सोनीपत में किसानों की गैर मौजूदगी में सोनीपत की विभिन्न संस्थाओं और स्थानीय संगठनों के पदाधिकारियों ने मुलाकात की थी. इस दौरान संस्थाओं ने दिल्ली जाने वाले वैकल्पिक रास्तों को ठीक करवाने के लिए कमेटी के सामने अपनी बात रखी थी, जिस पर संज्ञान लेते हुए आज ऐसे सभी वैकल्पिक रास्तों को ठीक करवाने के निर्देश संबंधित एजेंसियों के अधिकारियों को दिए गए हैं.

ये पढ़ें- सिंघु बॉर्डर खोलने के लिए होने वाली मीटिंग में नहीं जाएंगे किसान नेता, ये है बड़ी वजह

गृह मंत्री ने सोनीपत से दिल्ली जाने वाले वैकल्पिक रास्ते, जो एचएसआईआईडीसी (हरियाणा स्टेट इंडस्ट्रियल एंड इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट कॉर्पोरेशन) के अंतर्गत आते हैं, उन्हें जल्द से जल्द से ठीक करवाने, कुंडली-मानेसर-पलवल एक्सप्रेस-वे पर पब्लिक शौचालय की व्यवस्था करवाने और सड़कों पर लाइट चालू करने के संबंध में अधिकारियों को निर्देश दिए हैं.

हरियाणा की ओर से दिल्ली जाने वाले वैकल्पिक रास्तों के संबंध में जानकारी देते हुए गृह मंत्री ने बताया कि सेरसा खटकर-बेहरा बाकीपुर से मनोली तक की 8 किलोमीटर सड़क, जीटी रोड़ से जांटी कलां-जाटी खुर्द तक की 5.5 किलोमीटर सड़क, नाथूपुर से सवोली तक की 4.6 किलोमीटर सड़क, जीडी रोड़ से नांगल कलां-पीयू मनीयारी से नरेला बार्डर तक की 4 किलोमीटर सड़क, लामपुर बार्डर से नाहरा-नहरी रोड़ तक की 12.69 किलोमीटर सड़क और बिस्मामील से जठेड़ी रोड़ तक की 11.75 किलोमीटर सड़क को पीडब्ल्यूडी द्वारा ठीक करवाया जाएगा.

ये पढ़ें- सिंघु बॉर्डर खोलने का मामला: हाई पावर कमेटी की बैठक में नहीं पहुंचे किसान, उद्योगपतियों के साथ चर्चा जारी

इसी तरह, सोनीपत-राठधाना-अकबरपुर बरोटा से सैफियाबाद (दिल्ली बार्डर तक) तक और कुंडली क्षेत्र की अंदर की सड़क को एचएसआईआईडीसी द्वारा ठीक करवाया जाएगा. इसी प्रकार, झज्जर जिला की सडक़ों के संबंध में बताया कि बहादुरगढ़ से झारोदा बार्डर (दिल्ली) की 3 किलोमीटर की सड़क, बहादुरगढ से निजामपुर (दिल्ली ) की 3.5 किलोमीटर की सड़क की मरम्मत होगी.

वहीं बहादुरगढ से निजामपुर (दिल्ली ) बाया बमनोली की 4 किलोमीटर की सड़क पीडब्ल्यूडी द्वारा तथा बहादुरगढ़ से झाडौदा (दिल्ली ) बाया सिदीपुर की 6 किलोमीटर की सड़क एचएसएएमबी, रेडक्त्रास रोड नियरा पीपीएमआईई से पीवीसी मार्किट दिल्ली (टिकरी) की 2 किलोमीटर की सड़क एमसी बहादुरगढ़, सैनिक स्कूल से बाईपास से दिल्ली तक की 2 किलोमीटर की सड़क एमसी बहादुरगढ़ बनाई जाएगी.

ये भी पढ़ें- सिंघु बॉर्डर खुलवाने का मामला: किसानों को बातचीत का न्योता, लिस्ट में नहीं राकेश टिकैत का नाम

बहादुरगढ़ से नजफगढ़ (दिल्ली) वाया गांव ईशरहेडी की 7 किलोमीटर की सड़क पीडब्ल्यूडी, बहादुरगढ़ से निजामपुर सड़क वाया छोटूराम नगर (एमआईई रेलवे क्त्रांसिंग) की 2 किलोमीटर की सड़क एमसी बहादुरगढ़, और सेक्टर-9 मोड से मामा चैक बहादुरगढ़ की 0.7 किलोमीटर की सड़क, सेक्टर-9 मोड़ से झाडौदा फ्लाईओवर बाईपास की 3 किलोमीटर की सड़क, झाडौदा फलाईओवर बाईपास से बलौर चैक बाईपास की 3 किलोमीटर की सड़क एनएचएआई द्वारा ठीक करवाई जाएगी.

ऐसे ही, बादली-झज्जर से दिल्ली जाने के लिए बादली से ढांसा (दिल्ली) वाया ढांसा बार्डर की 2 किलोमीटर की सड़क, गांव गुबाना से बकरगढ़(दिल्ली) की 2 किलोमीटर की सड़क, गांव देवरखाना से गांव ढांसा की 2 किलोमीटर की सड़क और गांव बादली से ढांसा रोड़ नजदीक टीआरएच स्कूल से ईशापुर (दिल्ली ) की 3 किलोमीटर की सड़क को पीडब्ल्यूडी विभाग द्वारा ठीक करवाया जाएगा.

ये पढ़ें- सिंघु बॉर्डर खोलने का मामला: हाईपावर कमेटी ने किसानों की गैरमौजूदगी में की उद्योगपतियों के साथ बैठक

बता दें कि, इससे पहले सुप्रीम कोर्ट ने हरियाणा सरकार को रास्ता खुलवाने के लिए किसानों से बातचीत कर समाधान निकालने के आदेश दिए थे. 9 महीने से ज्यादा का समय बीत चुका है. कृषि कानूनों को रद्द करवाने की मांग को लेकर किसान सिंधु और टिकरी बॉर्डर पर धरना दे रहे हैं. किसानों ने बॉर्डर पर दोनों तरफ का रास्ता बंद किया हुआ है. मोनिका अग्रवाल की जनहित याचिका (सिविल) नंबर-249/2021 पर सुनवाई करते हुए सुप्रीम कोर्ट ने आदेश दिए हैं कि कुंडली-सिंघू बॉर्डर पर धरनारत किसानों से एक तरफ मार्ग छुड़वाया जाए. जिसके बाद प्रशासन से किसान प्रतिनिधियों ने कहा कि वो इस बात पर सकारात्मक विचार करेंगे.

Last Updated : Sep 23, 2021, 6:15 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.