चंडीगढ़: हरियाणा शिक्षक पात्रता परीक्षा (Haryana Teacher Eligibility Test) के निष्पक्ष और नकल मुक्त संचालन को सुनिश्चित करने के लिए मुख्य सचिव संजीव कौशल ने सभी उपायुक्तों को जिलों में सभी परीक्षा केंद्रों के आसपास लोगो को एकत्र होने से रोकने के लिए सीआरपीसी की धारा 144 लागू करने के निर्देश दिए हैं ताकि एचटीईटी में नकल को पूरी तरह से रोका जा सके. मुख्य सचिव ने यह निर्देेश हरियाणा शिक्षक पात्रता शिक्षक परीक्षा 2022 के संबंध में वर्चुअल बैठक की अध्यक्षता करते हुए दिए.
दृष्टिबाधित उम्मीदवारों को दिया जाएगा अतिरिक्त समय- चीफ सेक्रेटरी ने बताया कि दृष्टिहीन परीक्षार्थियों की सुविधा के लिए उन्हें परीक्षा के दौरान 20 मिनट प्रति घंटे की दर से अतिरिक्त 50 मिनट का समय दिया जाएगा. उनके लिए केंद्र अधीक्षक द्वारा एक अलग लिफाफे में ओएमआर शीट भी भेजी जाएगी. उन्होंने ऐसे परीक्षार्थियों के लिए अलग से बैठने की व्यवस्था सुनिश्चित किए जाने के निर्देश दिए.
3 लाख 5 हजार 717 परीक्षार्थी देंगे परीक्षा- हरियाणा स्कूल शिक्षा बोर्ड (Haryana School Education Board) द्वारा 03 और 04 दिसंबर, 2022 को आयोजित की जाने वाली हरियाणा शिक्षक पात्रता परीक्षा में कुल तीन लाख पांच हजार सात सौ सत्रह अभ्यर्थी शामिल होंगे. इस परीक्षा के लिए एक हजार 46 परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं. उन्होंने आगे बताया कि 03 दिसंबर (शनिवार) को लेवल-3 (पीजीटी) की परीक्षा शाम के सत्र में दोपहर 3.00 बजे से शाम 5.30 बजे तक आयोजित की जाएगी. जिसमें 60 हजार 794 परीक्षार्थी 327 परीक्षा केंद्रों में परीक्षा देंगे. जबकि 04 दिसंबर (रविवार) को 504 परीक्षा केंद्रों पर सुबह 10.00 बजे से दोपहर 12.30 बजे तक होने वाली लेवल-2 (टीजीटी) की परीक्षा में 149430 अभ्यर्थी परीक्षा देंगे. शाम के सत्र में दोपहर 3 बजे से शाम 5.30 बजे तक 215 परीक्षा केंद्रों पर लेवल-1 (पीआरटी) की परीक्षा में 95493 अभ्यर्थी परीक्षा देंगे.
ट्रेजरी कार्यालयों एवं परीक्षा केन्द्रों पर पुलिस रहेगी मौजूद- बैठक के दौरान कौशल ने अधिकारियों को निर्देश दिये कि परीक्षा के सीलबंद प्रश्न पत्र के बक्से सभी जिला ट्रेजरी कार्यालयों से उपायुक्त अथवा उपायुक्त द्वारा नियुक्त प्रशासनिक अधिकारी की देखरेख में संयुक्त टीम के माध्यम से दो- दो पुलिसकर्मियों की अभिरक्षा में सीधे परीक्षा केन्द्रों पर भिजवाये जाएंगे. उन्होंने आगे निर्देश दिए कि परीक्षा केंद्रों पर बाहरी हस्तक्षेप को रोकने के लिए परीक्षा शुरू होने से तीन घंटे पहले पर्याप्त पुलिस व्यवस्था की जाए. परीक्षा के दौरान परीक्षा केंद्रों के आसपास फोटोस्टेट की दुकानें बंद रहेंगी. उन्होंने कहा कि परीक्षा के सुचारू संचालन को सुनिश्चित करने के लिए परीक्षा केंद्रों के अंदर मीडिया का प्रवेश प्रतिबंधित रहेगा.
चीफ सेक्रेटरी संजीव कौशल ने संबंधित अधिकारियों को परीक्षा शुरू होने से 2 घंटे 10 मिनट पहले परीक्षार्थियों का प्रवेश सुनिश्चित करने के निर्देश दिए ताकि वे परीक्षा केंद्र पर मेटल डिटेक्टर से तलाशी, बायोमेट्रिक उपस्थिति और अन्य अनिवार्य औपचारिकताओं को समय पर पूरा कर सकें. उन्होंने कहा कि परीक्षा शुरू होने के एक घंटे पहले परीक्षा केंद्र में प्रवेश बंद कर दिया जाएगा.
नकल की जांच के लिए उड़नदस्ते की रहेगी व्यवस्था- उन्होंने आगे कहा कि परीक्षा केंद्रों की निरीक्षण व्यवस्था चाक-चौबंद कर ली गई है. नकल और अन्य अनियमितताओं को सख्ती से रोकने के लिए लगभग 172 उड़नदस्ते नियुक्त किए गए हैं. इसके अलावा, राज्य भर के प्रत्येक परीक्षा केंद्र पर जिला प्रशासन के एक अधिकारी और शिक्षा बोर्ड के एक अधिकारी/कर्मचारी को प्रतिनिधि के रूप में पूर्णकालिक पर्यवेक्षक भी नियुक्त किया गया है. इस परीक्षा के लिए पात्र अभ्यर्थियों के प्रवेश पत्र (एडमिट कार्ड) बोर्ड की वेबसाइट http://www.bseh.org.in.पद पर जारी कर दिए गए हैं।
बैठक में बताया गया कि पिछले वर्ष की भांति ही बोर्ड ऑफ स्कुल एजुकेशन, भिवानी मुख्यालय में हाइटेक कंट्रोल रूम स्थापित किया जा रहा है. परीक्षा के दौरान बोर्ड प्रदेश के सभी परीक्षा केंद्रों पर हाईटेक कंट्रोल रूम के जरिए कड़ी निगरानी रखेगा. प्रवेश द्वार पर ही अभ्यर्थियों की लाइव मॉनिटरिंग की जाएगी और अनुचित साधनों का प्रयोग करने वाले अभ्यर्थी के खिलाफ मामला दर्ज किया जाएगा.
बैठक में स्कूल शिक्षा बोर्ड के अध्यक्ष डॉ. वी.पी. यादव, स्कूल शिक्षा विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव महावीर सिंह, सूचना, जनसंपर्क और भाषा विभाग के महानिदेशक डॉ अमित कुमार अग्रवाल, स्कूल शिक्षा बोर्ड के सचिव कृष्ण कुमार, परिवहन विभाग के प्रधान सचिव नवदीप सिंह विर्क और अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे.