चंडीगढ़: हरियाणा में आम आदमी पार्टी ने प्रदेश की शिक्षा व्यवस्था पर निशाना साधा है. आम आदमी पार्टी हरियाणा की उपाध्यक्ष चित्रा सरवारा ने प्रदेश की शिक्षा व्यवस्था पर सवाल उठाए हैं. दिल्ली की शिक्षा नीति की तारीफ करते हुए उन्होंने हरियाणा सरकार पर निशाना साधा. चित्रा सरवारा ने कहा कि दिल्ली में हमारी सरकार ने शिक्षा में शानदार काम किया है. पंजाब में भी काम कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि दिल्ली में कई स्कूलों में 12वीं को बच्चों को स्पेशलाइज बनने की ट्रेनिंग भी दी जाती है. इसी के तहत दिसंबर 2021 में दिल्ली कैबिनेट ने युवाओं को सेना में भर्ती के लिए ट्रेनिंग देने के लिए एक स्कूल खोलने की बात कही थी.
चित्रा ने कहा कि दिल्ली में ट्रेनिंग स्कूल की शुरुआत हो चुकी है. इसमें 9वीं से 12वीं तक के बच्चे आ सकते हैं. इस स्कूल में ट्रेनिंग मुफ्त दी जाती है. जिसमें सेना के पूर्व अधिकारी बच्चों को ट्रेनिंग देते हैं. उन्होंने कहा कि इस साल यहां से 32 बच्चे एनडीए को पास कर चुके हैं. दूसरी तरफ हरियाणा है, हरियाणा में शिक्षा का हाल अच्छा नहीं है. 10वीं का परिणाम मात्र 57 प्रतिशत आया. प्रदेश में टीचर्स के साथ 38000 पद खाली हैं. बच्चे कम होने का बहाना बनाकर स्कूलों का मर्जर किया जा रहा है. हम हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल से पूछना चाहते हैं कि हरियाणा सरकार ने पिछले 10 सालों में क्या किया?
सरवारा ने कहा कि क्या शिक्षा मंत्री कंवर पाल गुर्जर हमें एक भी ऐसा स्कूल दिखा सकते हैं, जिसपर उन्हें गर्व हो? अगर हरियाणा में कोई ऐसा स्कूल नहीं है, तो दिल्ली के स्कूलों को आकर देख लें. उन्होंने कहा कि बच्चों को शिक्षा से वंचित रखना बहुत बड़ा धोखा है. हरियाणा दिल्ली के मुकाबले बड़ा है, तो उसका इंफ्रास्ट्रक्चर भी बड़ा है. सरकार चाहे तो बदलाव ला सकती है. हरियाणा के शिक्षा मंत्री दिल्ली आकर देख लें कि वहां के स्कूल कैसे हैं. हरियाणा के शिक्षा मंत्री कंवरपाल गुर्जर से जब इस बारे में पूछा गया तो उन्होंने चित्रा सरवारा के बयान पर पलटवार किया.
उन्होंने कहा कि स्कूलों में इन्फ्रास्ट्रक्चर में हरियाणा बहुत अच्छा है. दिल्ली के कुछ स्कूल तो ठीक हैं, मगर बाकियों को देखने की भी इजाजत नहीं है. कम्युनिस्ट के राज में जिस तरह से होता था, इसी तरह इनकी भी सरकार में है. उन्होंने कहा कि दिल्ली का 9वीं और 11वीं का भी उनका रिजल्ट देखना चाहिए. देश के जितने भी सर्वे हुए. कभी दिल्ली 10वें नंबर पर भी नहीं आया है और वो एजुकेशन का सिस्टम दिखाने की बात कहते हैं. मगर दिखाई कहीं नहीं देता. कोरोना काल में हरियाणा के अस्पतालों में दिल्ली के ज्यादा मरीज थे.
चित्रा सरवारा के दिल्ली और हरियाणा के स्कूलों के दौरे की चुनौती पर शिक्षा मंत्री ने कहा कि मैं दिल्ली नहीं जाऊंगा, मगर वो हरियाणा की हैं, उन्हें किसी भी स्कूल का दौरा करने के लिए मैं तैयार हूं. चित्रा की तरफ से हरियाणा में स्कूलों में शिक्षकों की कमी का मुद्दा उठाया गया था. इसपर शिक्षा मंत्री ने कहा कि हम 20 हजार शिक्षक जल्द भर्ती करने जा रहे हैं. जिसके बाद किसी भी तरह की कमी नहीं रहेगी. दिल्ली में युवाओं को सेना में भर्ती के लिए ट्रेनिंग देने के सवाल पर हरियाणा के शिक्षा मंत्री ने कहा कि प्रदेश में बच्चों को आईआईटी में भर्ती होने के लिए सुपर 100 के तहत ट्रेनिंग दी जाती है. जिसके तहत इस बार आईआईटी में हमारे 100 बच्चे सफल हुए हैं 26 बच्चे हमारे एमबीबीएस में भी सेलेक्ट हुए थे. इसके साथ ही हम एनडीए में बच्चों को शामिल करने के लिए कोचिंग देते हैं.