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सीवर लाइन बिछाने और सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट्स का संचालन हो जल्द, नदियों को प्रदूषण से बचाया जाए- मुख्य सचिव

नदियों को प्रदूषण से बचाने के लिए और सीवर लाइन बिछाने, सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांटो के निर्माण (rivers pollution in haryana) सुनिश्चित करने के लिए मुख्य सचिव संजीव कौशल की अध्यक्षता में रिवर एक्श्न प्लान की समीक्षा बैठक हुई. बैठक में अधिकारियों को सीवर लाइन बिछाने और सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांटो का संचालन जल्द करने के निर्देश दिए हैं.

rivers pollution in haryana
मुख्य सचिव संजीव कौशल ने दिए नदियों को प्रदूषण से बचाने के निर्देश
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Published : Jul 27, 2022, 7:03 PM IST

चंडीगढ़ः मुख्य सचिव संजीव कौशल ने रिवर एक्श्न प्लान की समीक्षा बैठक ली जिसमें उन्होंने कहा कि जल प्रदूषण को कतई बर्दाश्त (rivers pollution in haryana) नहीं किया जाएगा. उन्होंने दूषित पानी नहरों, नदियों में छोड़ने पर पूर्ण रोक लगाने के निर्देश दिए हैं. उन्होंने अधिकारियों को नमामि गंगे प्रोग्राम के तहत एसटीपी और सीईटीपी लगाने के संबंध में 2 सप्ताह में कार्य योजना प्रस्तुत करने के लिए कहा है.

मुख्य सचिव ने (Chief Secretary haryana) कहा कि मानेसर, नाहरपुर कासनी में बन रहे एसटीपी के सीवरेज क्षमता बढ़ाने के कार्य की अधिकारी हर सप्ताह निगरानी करें और मुख्यालय को रिपोर्ट भेजें. यदि कोई ठेकेदार काम में लापरवाही करता है तो उसके खिलाफ तत्काल कार्रवाई की जाएगी. उन्होंने कुंडली, सोनीपत में एचएसवीपी द्वारा बनाये जा रहे कॉमन एफ्लुएंट ट्रीटमेंट प्लांट के लिए उद्योग एवं वाणिज्य विभाग के प्रधान सचिव को निर्देश दिए कि वे कार्य में आ रही कठिनाईयों को दूर करवाकर शीघ्र पूरा करवाएं.

उन्होंने बताया कि घग्घर और यमुना नदी में प्रदूषण (pollution in yamuna river) नियंत्रण के लिए 441 एमएलडी क्षमता के 25 एसटीपी बनाए जा रहे हैं. जनस्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग, हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण, शहरी स्थानीय निकाय विभाग और गुरुग्राम महानगरीय विकास प्राधिकरण द्वारा घग्घर नदी में प्रदूषण नियंत्रण के लिए राज्य में 61 एमएलडी क्षमता के 8 एसटीपी बनाए जा रहे हैं. यमुना कैचमेंट में 380.5 एमएलडी क्षमता के 17 एसटीपी बनाए जा रहे हैं.

घग्घर और यमुना कैचमेंट में 2016 किलोमीटर लंबी सीवरेज लाइन बिछाई गई है. मुख्य सचिव ने कहा कि घग्घर कैचमेंट में विभिन्न शहरों में 589 किलोमीटर लंबी सीवरेज लाइन बिछाने का प्रस्ताव था. जिसमें से 544 किलोमीटर लाइन बिछाई जा चुकी है. 3 शहरों में भी दिसंबर माह ‌तक सीवरेज लाइन बिछाने का कार्य पूरा कर लिया जाएगा. यमुना कैचमेंट में 1652 किलोमीटर में से 1472 किलोमीटर लाइन बिछाई जा चुकी है. शेष 6 शहरों में भी सीवरेज लाइन बिछाने का कार्य तेज गति से चल रहा है.

बैठक में हरियाणा राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के (Haryana State Pollution Control Board) सदस्य सचिव एस नारायणन ने बताया कि यमुना कैचमेंट में 19 एमएलडी क्षमता के 3 कॉमन एफ्लुएंट ट्रीटमेंट प्लांट लगाये जा रहे हैं. दिसंबर महीने तक 2 सीईटीपी संचालित हो जाएंगे. इसके अलावा 120.5 एमएलडी क्षमता के 6 और सीईटीपी लगाने का प्रस्ताव है. इनकी डीपीआर बनाई जा रही है. घग्घर कैचमेंट में 3 एमएलडी, 2 सीईटीपी लगाये जा रहे हैं जिनका कार्य जल्द पूरा हो जाएगा. उन्होंने बताया कि यमुना कैचमेंट के गांवों में एसटीपी बनाने के लिए 277 गांवों को चिह्नित कर लिया गया है जिनमें जल्द ही एसटीपी का कार्य शुरू हो जाएगा.

चंडीगढ़ः मुख्य सचिव संजीव कौशल ने रिवर एक्श्न प्लान की समीक्षा बैठक ली जिसमें उन्होंने कहा कि जल प्रदूषण को कतई बर्दाश्त (rivers pollution in haryana) नहीं किया जाएगा. उन्होंने दूषित पानी नहरों, नदियों में छोड़ने पर पूर्ण रोक लगाने के निर्देश दिए हैं. उन्होंने अधिकारियों को नमामि गंगे प्रोग्राम के तहत एसटीपी और सीईटीपी लगाने के संबंध में 2 सप्ताह में कार्य योजना प्रस्तुत करने के लिए कहा है.

मुख्य सचिव ने (Chief Secretary haryana) कहा कि मानेसर, नाहरपुर कासनी में बन रहे एसटीपी के सीवरेज क्षमता बढ़ाने के कार्य की अधिकारी हर सप्ताह निगरानी करें और मुख्यालय को रिपोर्ट भेजें. यदि कोई ठेकेदार काम में लापरवाही करता है तो उसके खिलाफ तत्काल कार्रवाई की जाएगी. उन्होंने कुंडली, सोनीपत में एचएसवीपी द्वारा बनाये जा रहे कॉमन एफ्लुएंट ट्रीटमेंट प्लांट के लिए उद्योग एवं वाणिज्य विभाग के प्रधान सचिव को निर्देश दिए कि वे कार्य में आ रही कठिनाईयों को दूर करवाकर शीघ्र पूरा करवाएं.

उन्होंने बताया कि घग्घर और यमुना नदी में प्रदूषण (pollution in yamuna river) नियंत्रण के लिए 441 एमएलडी क्षमता के 25 एसटीपी बनाए जा रहे हैं. जनस्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग, हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण, शहरी स्थानीय निकाय विभाग और गुरुग्राम महानगरीय विकास प्राधिकरण द्वारा घग्घर नदी में प्रदूषण नियंत्रण के लिए राज्य में 61 एमएलडी क्षमता के 8 एसटीपी बनाए जा रहे हैं. यमुना कैचमेंट में 380.5 एमएलडी क्षमता के 17 एसटीपी बनाए जा रहे हैं.

घग्घर और यमुना कैचमेंट में 2016 किलोमीटर लंबी सीवरेज लाइन बिछाई गई है. मुख्य सचिव ने कहा कि घग्घर कैचमेंट में विभिन्न शहरों में 589 किलोमीटर लंबी सीवरेज लाइन बिछाने का प्रस्ताव था. जिसमें से 544 किलोमीटर लाइन बिछाई जा चुकी है. 3 शहरों में भी दिसंबर माह ‌तक सीवरेज लाइन बिछाने का कार्य पूरा कर लिया जाएगा. यमुना कैचमेंट में 1652 किलोमीटर में से 1472 किलोमीटर लाइन बिछाई जा चुकी है. शेष 6 शहरों में भी सीवरेज लाइन बिछाने का कार्य तेज गति से चल रहा है.

बैठक में हरियाणा राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के (Haryana State Pollution Control Board) सदस्य सचिव एस नारायणन ने बताया कि यमुना कैचमेंट में 19 एमएलडी क्षमता के 3 कॉमन एफ्लुएंट ट्रीटमेंट प्लांट लगाये जा रहे हैं. दिसंबर महीने तक 2 सीईटीपी संचालित हो जाएंगे. इसके अलावा 120.5 एमएलडी क्षमता के 6 और सीईटीपी लगाने का प्रस्ताव है. इनकी डीपीआर बनाई जा रही है. घग्घर कैचमेंट में 3 एमएलडी, 2 सीईटीपी लगाये जा रहे हैं जिनका कार्य जल्द पूरा हो जाएगा. उन्होंने बताया कि यमुना कैचमेंट के गांवों में एसटीपी बनाने के लिए 277 गांवों को चिह्नित कर लिया गया है जिनमें जल्द ही एसटीपी का कार्य शुरू हो जाएगा.

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