चंडीगढ़: हरियाणा में इस समय सियासी पारा हाई है. गुरुवार को दिल्ली में बीजेपी प्रभारी बिप्लब कुमार देब (Biplab Kumar Deb) से हरियाणा के निर्दलीय विधायकों ने मुलाकात की थी. उसके बाद से कयास लगाये जा रहे हैं कि बीजेपी और जेजेपी का गठबंधन टूट सकता है. इन्हीं खबरों के बीच बिप्लब कुमार देब मुख्यमंत्री मनोहर लाल से मिलने चंडीगढ़ पहुंचे हैं.
सीएम मनोहर लाल के चंडीगढ़ आवास संत कबीर कुटीर पर बिप्लब कुमार देब उनसे मुलाकात कर रहे हैं. बिप्लब कुमार के साथ कृषि मंत्री जेपी दलाल भी मौजूद हैं. बताया जा रहा है कि जेजेपी के साथ गठबंधन और निर्दलीय विधायकों के रुख को लेकर इस बैठक में विस्तार से चर्चा हो रही है. डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला और विप्लब कुमार देब के बीच हाल में हुई बयानबाजी के बाद दोनों पार्टियों में खटास साफ दिखाई दे रही है.
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आपको बता दें कि हरियाणा कि सियासत उस समय गर्मा गई जब गुरुवार को अचानक हरियाणा के 4 निर्दलीय विधायक दिल्ली में विप्लब कुमार देब से मुलाकात करने पहुंचे. इसके अगले दिन यानि 9 जून को हरियाणा लोकहित पार्टी के विधायक गोपाल कांडा भी दिल्ली पहुंचे और विप्लब कुमार से मिलकर समर्थन का ऐलान किया. खास बात ये है कि जो निर्दलीय विधायक दिल्ली पहुंचे वो पहले से ही सरकार के साथ हैं. गोपाला कांडा का भी समर्थन बीजेपी को मिला हुआ है. लेकिन जेजेपी के साथ गठबंधन टूटने के कयासों के बीच उनकी ये मुलाकात काफी अहम मानी जा रही है.
गौरतलब है कि बीजेपी और जेजेपी में गठबंधन में दरार उस समय पड़नी शुरू हो गई जब उचाना विधानसभा सीट को लेकर विप्लब कुमार देब ने बयान दिया. उन्होंने कहा कि उचाना से प्रेमलता दीदी ही विधायक बनेंगी. उचाना से मौजूदा विधायक खुद दुष्यंत चौटाला हैं. इसलिए ये बयान सीधे उनके ऊपर हमला माना गया. वहीं जब दुष्यंत चौटाला से सवाल पूछा गया तो उन्होंने कहा जब चुनाव आयेगा तब देखा जायेगा अगर किसी के पेट में दर्द है तो मैं कुछ नहीं कर सकता. इसके तुरंत बाद ही विप्लब कुमार ने फिर पलटवार करते हुए कहा कि जेजेपी ने समर्थन देकर कोई एहसान नहीं किया बदले में मंत्री पद दिया है.
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